Lokmat Parliamentary Awards: नागरिक संशोधन विधेयक विभाजन की कोशिश है, जब तक जिंदा रहूंगा, देश का विभाजन नहीं होने दूंगा: असदुद्दीन ओवैसी
By विनीत कुमार | Published: December 10, 2019 04:50 PM2019-12-10T16:50:28+5:302019-12-10T18:07:05+5:30
असदुद्दीन ओवैसी ने नागरिक संशोधन विधेयक को विभाजन की कोशिश बताया है। ओवैसी ने कहा कि जब तक वे जिंदा है, देश का विभाजन नहीं होने देंगे।
Lokmat Conclave: एआईएमआईएमअसदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में पास हो चुके नागरिक संशोधन विधेयक को देश में विभाजन की कोशिश बताया है। ओवैसी ने मंगलवार को लोकमत कॉनक्लेव में हिस्सा लेते हुए ये बात कही। ओवैसी ने कहा कि जब तक वे जिंदा रहेंगे विभाजन नहीं होने देंगे। लोकमत कॉनक्लेव के 'क्षेत्रीय पार्टियों के भारतीय राजनीति में भूमिका' विषय पर चर्चा के बाद एक सवाल के जवाब में ये बातें कही।
ओवैसी ने साथ ही कहा कि संविधान इस बात की इजाजत देता है कि सांसद में सभी बात रखें, हम वही कर रहे हैं। ओवैसी ने कहा, 'यदि सरकार नहीं सुनती है तो हम जनता और अदालत के बीच जाएंगे। नागरिकता संशोधन बिल एंटी गांधी, एंटी अंबेडकर, एंटी संविधान और एंटी राजेंद्र प्रसाद है। जिन्होंने संविधान बनाया उसके पास मोदी से ज्यादा दिमाग तो जरूर होगा यह तो हम सब मानते हैं।'
ओवैसी ने कहा कि मजहब की बुनियाद पर अब हम कानून बना रहे हैं, इससे बुरी बात भारत के लिए क्या हो सकती है। ओवैसी ने कहा, अबुल कलाम ने कहा था हम मुसलमानों का इस मुल्क से 1000 साल का रिश्ता है। इस कानून के बाद अब हम मुसलमान कहां जाएंगे। कैब कानून से 5 लाख 80 हजार हिंदू पर कोई केस नहीं चलेगा बल्कि सिर्फ 5 से 6 लाख मुसलमानों पर केस चलेगा। हिंदू कैब के जरिए भारत का नागरिक हो जाएगा व एनआरसी के जरिए मुसलमान विदेशी हो जाएंगे।'