चीन सीमा पर वायुसेना द्वारा न्योमा हवाई पट्टी को उन्नत करने की तैयारी पर चिढ़ी चीनी सेना!

By सुरेश एस डुग्गर | Updated: August 23, 2023 15:10 IST2023-08-23T15:05:11+5:302023-08-23T15:10:51+5:30

भारत पूर्वी लद्दाख में दौलत बेग ओल्डी (डीबीओ), फुकचे और न्योमा सहित कई विकल्पों पर विचार कर रहा है, जो चीन के साथ एलएसी से कुछ ही मिनटों की दूरी पर हैं। न्योमा एएलजी से अपाचे हमले के हेलीकाप्टरों, चिनूक हेवी-लिफ्ट हेलीकाप्टरों और एमआई -17 हेलीकाप्टरों से गरुड़ स्पेशल फोर्स का संचालन भी किया जा रहा है।

Chinese army angry over preparations to upgrade Nyoma airstrip on China border! | चीन सीमा पर वायुसेना द्वारा न्योमा हवाई पट्टी को उन्नत करने की तैयारी पर चिढ़ी चीनी सेना!

चीन सीमा पर वायुसेना द्वारा न्योमा हवाई पट्टी को उन्नत करने की तैयारी पर चिढ़ी चीनी सेना!

Highlights भारतीय वायुसेना पूर्वी लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी, फुक्चे व न्योमा में एडवांस लैंडिंग ग्राउंड कोबेहतर बना रही है। चीनी सेना इस बात को लेकर काफी चिढ़ी हुई है और 19वें दौर की बातचीत में इसपर आपत्ति भी जाहिर की थी।

जम्मूः भारतीय वायुसेना द्वारा पूर्वी लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी, फुक्चे व न्योमा में एडवांस लैंडिंग को बेहतर बनाए जाने को लेकर चीनी सेना काफी चिढ़ी हुई है। भारतीय सीमा में घुसपैठ को लेकर 19 दौर की बातचीत में शामिल अधिकारियों का कहना है कि भारतीय वायुसेना पूर्वी लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी, फुक्चे व न्योमा में एडवांस लैंडिंग ग्राउंड को भावी चुनौतियों का सामना करने के लिए और बेहतर बना रही है और भारत की इस तैयारी से लाल सेना चिढ़ी हुई है।

अधिकारियों ने कहा कि चीन ने इस पर 19वें दौर की बातचीत के दौरान आपत्ति भी जाहिर की है। इस समय पूर्वी लद्दाख में अपाचे अटैक हेलीकाप्टरों के साथ चिनूक हेलीकाप्टर, गरुड़ व एमआई हेलीकाप्टर दुश्मन पर कहर बरपाने को तैयार हैं। वायुसेना के अधिकारियों का कहना है कि न्योमा इलाके में वायुसेना के लिए एडवांस लैंडिंग ग्राउंड बहुत महत्व रखती है। एलएसी के पास होने के कारण यह रणनीतिक रूप से अहम हैं। इससे लेह से एलएसी तक पहुंचने की दूरी कम हो जाती है। एलएसी तक साजो सामान व सैनिक पहुंचाना चंद मिनटों का काम है।

भारत पूर्वी लद्दाख में दौलत बेग ओल्डी (डीबीओ), फुकचे और न्योमा सहित कई विकल्पों पर विचार कर रहा है, जो चीन के साथ एलएसी से कुछ ही मिनटों की दूरी पर हैं। न्योमा एएलजी से अपाचे हमले के हेलीकाप्टरों, चिनूक हेवी-लिफ्ट हेलीकाप्टरों और एमआई -17 हेलीकाप्टरों से गरुड़ स्पेशल फोर्स का संचालन भी किया जा रहा है। दरअसल एलएसी के निकट होने के कारण न्योमा एएलजी का सामरिक महत्व है। यह लेह हवाई क्षेत्र और एलएसी के बीच महत्वपूर्ण अंतर को पाटता है, जिससे पूर्वी लद्दाख में जवानों और सामग्री की त्वरित आवाजाही को सक्षम बनाता है, जिससे इलाके की कठिनाईयों को पार किया जा सके।

वरिष्ठ अधिकारियों का कहना था कि एएलजी को जल्द ही लड़ाकू विमानों के संचालन के लिए अपग्रेड किया जा रहा है क्योंकि अधिकांश आवश्यक मंजूरी और अनुमोदन पहले ही आ चुके हैं। योजना के अनुसार, नए हवाई क्षेत्र और सैन्य बुनियादी ढांचे का निर्माण सीमा सड़क संगठन द्वारा किया जाएगा,। इस क्षेत्र से लड़ाकू विमानों के संचालन की क्षमता से वायु सेना की विरोधियों द्वारा किसी भी दुस्साहस से तेजी से निपटने की क्षमता मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में केंद्र सरकार द्वारा मंजूरी के बाद पूर्वी लद्दाख सेक्टर में निर्माण कार्य का उद्घाटन जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है।

लद्दाख में 646 किमी लंबी सीमा पर चीन की ओर से लगातार बढ़ रहे सैन्य दबाव के बीच भारत ने वर्ष 2008 की 31 मई को लद्दाख क्षेत्र में एलएसी से महज 23 किलोमीटर दूर अपनी एक और हवाई पट्टी खोली थी। इससे पहले वर्ष 2009 में मई तथा नवम्बर महीने में उसने दो अन्य हवाई पट्टियों को खोले थे जिससे चीन चिढ़ा था । चीन द्वारा अपनी ओर से नए सैन्य बुनियादी ढांचे के निर्माण की खबरों के बीच, भारत जल्द ही पूर्वी लद्दाख में एलएसी से 50 किलोमीटर से भी कम दूरी पर लड़ाकू विमान संचालन के लिए अपने न्योमा उन्नत लैंडिंग ग्राउंड को अपग्रेड करने के लिए निर्माण कार्य शुरू करने जा रहा है।

चीन के साथ चल रहे गतिरोध के दौरान न्योमा हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल जवानों और सामग्री के परिवहन के लिए किया गया है और चिनूक हेवी-लिफ्ट हेलिकाप्टरों और सी-130जे स्पेशल आप्रेशंस विमानों का संचालन भी किया जा रहा है।

वायु सेना ने किसी भी प्रतिकूल विमान द्वारा किसी भी हवाई घुसपैठ से निपटने के लिए न्योमा समेत अन्य हवाई पट्टियों पर इग्ला मैन-पोर्टेबल वायु रक्षा मिसाइलों को भी तैनात किया है। भारतीय वायु सेना नियमित रूप से पूर्वी लद्दाख में अभियानों को अंजाम देने के लिए राफेल और मिग -29 सहित लड़ाकू विमानों को तैनात कर रही है, जहां कई स्थानों पर दोनों देशों के बीच हुए समझौतों के तहत सैनिकों को आगे पीछे किया जा चुका है।

Web Title: Chinese army angry over preparations to upgrade Nyoma airstrip on China border!

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