चीन को एक इंच भी जमीन नहीं लेने देंगे: सीमा विवाद पर लद्दाख के BJP सांसद
By अनुराग आनंद | Updated: June 8, 2020 15:30 IST2020-06-08T15:27:49+5:302020-06-08T15:30:08+5:30
बीजेपी सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने बॉर्डर के पास बसे गांवों का भी दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम शांति प्रगति और समृद्धि में विश्वास रखते हैं।

संसद से बाहर निकलते लद्दाख के युवा सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख सीमा को लेकर भारत-चीन विवाद विवाद के बीच लद्दाख के भाजपा सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने खुद जाकर सीमाओं का जायजा लिया। इसके साथ ही बीजेपी सांसद ने चीन सीमा के पास बसे गांव में जाकर वहां लोगों से मुलाकात की। इस दौरान सांसद ने न सिर्फ उनका हालचाल जाना बल्कि उन सभी को सुरक्षा व विकास का भरोसा भी दिलाया।
द क्विंट के रिपोर्ट मुताबिक, इस दौरान सांसद ने कहा कि एक इंच भी जमीन नहीं जाने दी जाएगी। नामग्याल ने यह भी कहा कि हम किसी भी पड़ोसी देश के साथ तनाव नहीं करना चाहते हैं लेकिन सीमा की सुरक्षा पर किसी तरह कोई समझौता नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही सांसद नामग्याल ने कहा कि हम शांति प्रगति और समृद्धि में विश्वास रखते हैं।
जामयांग सेरिंग नामग्याल ने अनुच्छेद 370 पर भाषण देकर नरेंद्र मोदी को कर लिया था मुरीद-
बता दें कि नामग्याल लद्दाख से भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं। 34 साल के युवा सांसद भौगोलिक आधार पर भारत के सबसे बड़े लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
पहली बार चुनकर संसद में पहुंचे जामयांग सेरिंग नामग्याल ने अनुच्छेद 370 और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक पर चर्चा के दौरान इस अंदाज़ में अपनी बात रखी थी कि गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक उनके मुरीद हो गए थे।
पीएम मोदी ने नामग्याल के भाषण को ट्वीट किया था और लिखा था कि लद्दाख के भाई-बहनों की अपेक्षाओं को उन्होंने सामने रखा है, ज़रूर सुनें।
लद्दाख में सीमा विवाद पर भारत-चीन के सैन्य अधिकारियों की हुई हाई लेवल बैठक-
भारत-चीन सीमा पर तनाव को दूर करने के लिए दोनों देश की सेनाओं के शीर्ष अधिकारियों के बीच शनिवार को बातचीत हुई। विदेश मंत्रालय ने इस बैठक को लेकर रविवार को आधिकारिक बयान जारी किया।
यह सीमा विवाद पर लेफ्टिनेंट जनरल लेवल की बातचीत के बाद पहला आधिकारिक बयान है। विदेश मंत्रालय ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "भारत-चीन सीमा से लगे क्षेत्रों में तनाव को दूर करने के लिए पिछले कुछ हफ्तों में दोनों देशों ने राजनयिक और सैन्य माध्यमों के जरिये बातचीत की है।"
बता दें कि छह जून को चूसूल-मोल्डो में दोनों सेनाओं के शीर्ष अधिकारियों की बैठक हुई। भारत की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और चीन की ओर से कमांडर ने बातचीत की है। विदेश मंत्रालय (MEA) ने बयान में कहा कि यह बैठक सौहर्दपूर्ण और सकारात्मक माहौल में हुई। विभिन्न द्विपक्षीय समझौते के अनुसार, दोनों पक्ष सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिति को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने पर सहमत हुए हैं।
