नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश की सियासत में बड़े उलटफेर की संभावना बन गई है। वाईएसआर कांग्रेस के प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी को अब घर के भीतर से बेहद कठिन चुनौती मिल सकती है। जी हां, मुख्यमंत्री जगन की बहन वाईएस शर्मिला इस हफ्ते कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगी।
समाचार वेबसाइट एनडीटीवी के अनुसार कांग्रेस द्वारा तेलंगाना विधानसभा चुनाव में दर्ज की गई शानदार जीत के बाद अब अगला लक्ष्य आंध्र प्रदेश को बनाया गया है।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस नेतृत्व आगामी लोकसभा चुनाव के साथ-साथ आंध्र प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले वाईएस शर्मिला को बेहद महत्वपूर्ण पद देगा। दरअसल पार्टी आंध्र प्रदेश में अपने पुराने प्रभाव को वापस पाना चाहती है।
कांग्रेस को उम्मीद है कि शर्मिला के आने से वाईएसआर कांग्रेस में टूट हो सकती है और कई नेता पुरानी पार्टी का रूख कर सकते हैं। वहीं प्रमुख विपक्षी दल तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) सूबे में अपना प्रभाव बनाए रखने के लिए भारी संघर्ष कर रही है।
वाईएस शर्मिला साल 2012 में पहली बार उस वक्त सुर्खियों में आई थीं, जब तेलंगाना आंध्र प्रदेश से अलग नहीं हुआ था। तेलंगाना आंदोलन के जोर पकड़ने के समय शर्मिला ने भाई जगन मोहन रेड्डीकी वाईएसआर कांग्रेस से नाता तोड़ लिया था।
शर्मिला ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उनके भाई के साथ उनके राजनीतिक मतभेद हैं। उन्होंने इस साल की शुरुआत में घोषणा की थी कि वह तेलंगाना चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने तब कहा था कि कांग्रेस चुनाव जीतने के लिए अच्छी स्थिति में है और वह उसे कमजोर नहीं करना चाहतीं।