पुलिस जवानों को मौत देने निकले थे पर विस्फोट में खुद ही उड़ गए
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 27, 2021 08:28 PM2021-02-27T20:28:44+5:302021-02-27T20:29:49+5:30
छत्तीसगढ़ में कांकेर जिले के अमाबेडा थाना क्षेत्र में हुआ जिसे देखकर लगता है कि जो जैसा करता है वो वैसा ही भरता है. बम इतना शक्तिशाली था कि डिवीजनल कमेटी (डीवीसी) मेम्बर के शव के चीथड़े पेड पर लटके मिले, जबकि दो नक्सली घायल हो गए.
कांकेरः पुलिस के जवानों को उड़ाने के लिए नक्सली बम लगा रहे थे लेकिन इसी दौरान बम फट गया और नक्सलियों के चीथड़े उड़ गए.
यह वाकया छत्तीसगढ़ में कांकेर जिले के अमाबेडा थाना क्षेत्र में हुआ जिसे देखकर लगता है कि जो जैसा करता है वो वैसा ही भरता है. बम इतना शक्तिशाली था कि डिवीजनल कमेटी (डीवीसी) मेम्बर के शव के चीथड़े पेड पर लटके मिले, जबकि दो नक्सली घायल हो गए.
इस संबंध में नक्सलियों ने पर्चे भी फेंके और बैनर भी लगाया जिसमें लिखा था कि 18 फरवरी को आमाबेड़ा के गांव चुकपाल में सुबह 6.15 पर एक हादसा हुआ. इस हादसे में डीवीसी मेंबर सोमाजी उर्फ सहदेव वेडदा की मौत हो गई. यह पर्चा उत्तर बस्तर के डिवीजनल कमेटी के प्रवक्ता सुखदेव कावड़े की ओर से जारी किया गया जिसमें बीएसएफ के जवानों को उड़ाने के लिए बम लगाते वक्त विस्फोट का होना बताया गया है.
कई प्रेशर बम नक्सलियों ने वापिस निकाले: चुकपाल के इलाके में जहां विस्फोट हुआ, वहां आस पास में एक साथ कई प्रेशर बम लगाए गए थे, जिसे विस्फोट के बाद नक्सलियों ने वापिस निकाल लिए और वहां उसके छोटे-छोटे गड्ढे मिले हैैं. इसके अलावा यहां बम के कई तार भी मिले हैं.
जानकारी के मुताबिक यहां से कुछ दूर पर बोड़ागांव में बीएसएफ के कैम्प हैं. जहां गश्त में निकलने वाले जवान वापसी में कैम्प के करीब आने पर थोड़े सामान्य हो जाते हैं और कैम्प के बाहर कहीं जगह देख बैठ कर आराम करते हैं. शायद इसी को ध्यान में रख कर बड़ी संख्या में बम लगाए गए थे.