Chhath Puja 2025: सीएम नीतीश कुमार ने डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य, देखें लोक आस्था के महापर्व छठ से जुड़े वीडियो
By एस पी सिन्हा | Updated: October 27, 2025 18:53 IST2025-10-27T18:52:08+5:302025-10-27T18:53:45+5:30
Chhath Puja 2025: सोमवार की शाम छठव्रती नदी, तालाबों सहित विभिन्न जलाशयों में पहुंचकर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। पर्व के चौथे और अंतिम दिन यानी मंगलवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही श्रद्धालुओं का व्रत समाप्त हो जाएगा.

Chhath Puja 2025: सीएम नीतीश कुमार ने डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य, देखें लोक आस्था के महापर्व छठ से जुड़े वीडियो
Chhath Puja 2025: लोक आस्था के महापर्व छठ के आज तीसरे दिन छठ व्रतियों ने अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। विभिन्न छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, इसी बीच श्रद्धालुओं को वोटिंग के लिए जागरूक करने के लिए पटना के गंगा नदी में स्टीमर चलाया जा रहा है। निर्वाचन आयोग के द्वारा वोट करेगा बिहार, चुगेगा अपनी सरकार का स्लोगन स्टीमर पर लगाया गया है, जो अनवरत छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है। लोगों से 6 और 11 नवंबर को घर से निकलकर अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अपील की गई है।
बता दें कि बिहार में दो चरणों में विधानसभा का चुनाव होने वाला है और काउंटिंग 14 नवम्बर को होगा। इसकी पूरी तैयारी चुनाव आयोग ने कर ली है। ज्यादा से ज्यादा लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करें इसके लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
उम्मीद है कि इस बार वोटिंग प्रतिशत ज्यादा होगा क्योंकि कई लोग इस बार छठ पूजा में घर पर आये हैं और उम्मीद जताई जा रही है कि अपने मताधिकार का प्रयोग करने के बाद ही वो यहां से जाएंगे। इन मतदाताओं को वोट देने के लिए निर्वाचन आयोग तरह-तरह का तरीका अपनाकर जागरूक कर रहा है ताकि वो वोट देकर ही कहीं जाएं। गंगा नदी में स्टीमर पर बैनर पोस्टर और स्लोग्न लगाया गया है जो नदी में भ्रमण कर रहा है और लोगों को अपनी ओर आकृष्ट कर रहा है। इस तरह राजधानी पटना के गंगा घाटों पर भक्ति और आस्था का विहंगम दृश्य देखने को मिला। अस्ताचलगामी (डूबते हुए) सूर्य को पहला अर्घ्य देने के लिए हजारों की संख्या में छठ व्रतधारी और श्रद्धालु पटना के सभी प्रमुख घाटों पर उमड़ पड़े। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सरकारी आवास एक अणे मार्ग पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने एक्स पर पोस्ट कर लोगों को छठ महापर्व की शुभकामनाएं दी थी। उन्होंने लिखा कि लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ के अवसर पर प्रदेश एवं देशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं। लोक आस्था का यह महापर्व आत्मानुशासन का पर्व है, जिसमें लोग शुद्ध अंतःकरण और निर्मल मन से अस्ताचल और उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं। महापर्व छठ के अवसर पर भगवान भास्कर से राज्य की प्रगति, सुख, शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना है। छठ महापर्व की तैयारी को लेकर मुख्यमंत्री दिवाली से पहले ही खुद गंगा घाटों का निरीक्षण करते रहे हैं और अधिकारियों को दिशा- निर्देश देते रहे हैं। शाम के अर्घ्य के दिन पटना के गंगा घाटों का भ्रमण करते रहे हैं।
मुख्यमंत्री गंगा घाटों के भ्रमण के दौरान छठ व्रती और लोगों का अभिवादन स्वीकार करते थे। लेकिन इस बार आचार संहिता लगने के कारण उन्होंने पटना के गंगा घाटों का भ्रमण नहीं किया। उल्लेखनीय है कि शनिवार को नहाय-खाय से प्रारंभ चार दिनों के इस अनुष्ठान में खरना के बाद छठव्रती 36 घंटे का निर्जला उपवास करते हैं। सोमवार की शाम छठव्रती नदी, तालाबों सहित विभिन्न जलाशयों में पहुंचकर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। पर्व के चौथे और अंतिम दिन यानी मंगलवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद ही श्रद्धालुओं का व्रत समाप्त हो जाएगा.
इसके बाद व्रती फिर अन्न-जल ग्रहण कर पारण करेंगे। व्रतियों को छठ घाट जाने में किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए पटना सहित अन्य जिलों में गंगा नदी एवं उसकी सहायक नदियों के हजारों घाटों को छठ व्रतियों के लिए तैयार किया गया है। इसके अलावा पार्क एवं तालाबों में भी छठ किए जा रहे हैं।