केरल में कांग्रेस के दो ताकतवर धड़ों ने प्रदेश कांग्रेस समिति के नए नेतृत्व के काम करने के “घमंडी” तेवर के चलते उन पर हमला करने के लिए शुक्रवार को यहां हाथ मिलाया। रमेश चेन्निथला नीत कांग्रेस का गुट, ओम्मन चांडी के गुट के साथ आया है और दोनों मिलकर केपीसीसी अध्यक्ष के. सुधाकरन तथा राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी. डी. सतीशन के विरुद्ध मोर्चा खोलेंगे। केरल प्रदेश कांग्रेस के नए नेतृत्व द्वारा 14 जिला कांग्रेस समितियों के चयन और अन्य मामलों में, खुद को और चांडी को नजरअंदाज किये जाने से आक्रोशित चेन्निथला ने आज स्वयं को पार्टी का “चार आने” का नेता बताया लेकिन कहा कि चांडी वरिष्ठ नेता तथा अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव हैं और प्रदेश कांग्रेस के सभी निर्णय उनसे पूछ कर लिए जाने चाहिए। कांग्रेस ने एक दिन पहले कन्नूर में कहा था कि राज्य में संगठनात्मक मामलों में प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष के. सुधाकरन का फैसला अंतिम होगा और सभी को पार्टी में अनुशासन बरतना चाहिए। चेन्निथला ने आज नए नेतृत्व की आलोचना की और संकेत दिया उनमें से कई लोगों ने अतीत में अनुशासन भंग किया था। हरिपद से विधायक चेन्निथला ने यहां पार्टी के एक कार्यक्रम में कहा, “मैं यह नहीं कह रहा कि कांग्रेस के निर्णय मुझसे पूछ किए जाने चाहिए। मैं तो पार्टी का केवल चार आने का सदस्य हूं। लेकिन ओम्मन चांडी एआईसीसी के महासचिव हैं। इसलिए उनसे पूछ कर निर्णय लेना चाहिए।” सुधाकरन और सतीशन के कामकाज के तरीके पर सवाल उठाते हुए चेन्निथला ने कहा कि जब उन्होंने और चांडी ने 17 साल तक कांग्रेस का नेतृत्व किया तो कभी “घमंड” की भाषा का प्रयोग नहीं किया। उन्होंने कहा कि नेतृत्व का यह दायित्व है कि वह पार्टी में सभी को साथ लेकर चले।
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