छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के पाटोली गांव में एक नये पुलिस कैंप को स्थापित किये जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हथियारबंद आदिवासियों को काबू में लाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले और हवा में गोलीबारी का इस्तेमाल करना पड़ा। घटना मंगलवार (12 नवंबर) की है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार दंतेवाड़ा के पुलिस सुपरिटेंडेंट अभिषेक पल्लव ने बताया, 'पुलिस अधिकारियों के अनुरोध करने के बावजूद भी गांव वाले वापस जाने को तैयार नही थे। वे अराजकता फैला रहे थे तो मजबूर होकर पुलिस को उनके ऊपर आंसू गैस के गोले और हवा में बंदूक चलानी पड़ी।'
एसपी ने बताया, 'गांव वाले बहुत बड़ी संख्या में कुल्हाड़ी, धारदार हथियार और आरी आदि के साथ पुलिस के इस इलाके में कैम्प स्थापित किए जाने को लेकर विरोध कर रहे थे।'
एसपी ने कहा कि नक्सलिों को पुलिस ने भड़काया था। एसपी के अनुसार नक्सल इस क्षेत्र में पुलिस की मजबूत होती से स्थिति और उनके खिलाफ ऑपरेशन से चिंतित हैं।
पल्लव ने उन गांव वालो से भी मुलाकात की जो लोग पुलिस के कैम्प को स्थापित किए जाने को लेकर अपना आक्रोश जाहिर कर रहे थे। एसपी ने गांव वालों को समझाया कि ऐसे प्रदर्शन से वे भी पुलिस की कार्रवाई का निशाना बन सकते हैं। पल्लव ने बताया, 'फिलहाल दंतेवाड़ा में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) की महिला कमांडो को कैम्प में तैनात किया गया है ताकि गांव वाले किसी भी महिला के साथ होने वाले दुर्वव्यवहार पर शिकायत दर्ज करवा सकें।