Chandrayaan 3 Rover: चंद्रमा पर भूकंप?, इसरो ने कहा-कंपन को रिकॉर्ड करने में कामयाब रहे, देखें वीडियो

By सतीश कुमार सिंह | Published: August 31, 2023 07:47 PM2023-08-31T19:47:35+5:302023-08-31T20:24:38+5:30

Chandrayaan 3 Rover: राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि ‘अल्फा पार्टिकल एक्स-रे स्पेक्ट्रोस्कोप’ (एपीएक्सएस) नामक उपकरण ने चंद्रमा पर गंधक के साथ-साथ अन्य छोटे तत्वों का भी पता लगाया है।

Chandrayaan 3 Rover Quake on Moon? Chandrayaan 3's seismic probe detects 'natural' movement see vide | Chandrayaan 3 Rover: चंद्रमा पर भूकंप?, इसरो ने कहा-कंपन को रिकॉर्ड करने में कामयाब रहे, देखें वीडियो

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Highlightsउपकरण ने चंद्रमा पर गंधक के साथ-साथ अन्य छोटे तत्वों का भी पता लगाया है।चंद्र भूकंपीय गतिविधि (आईएलएसए) पेलोड ने एक घटना दर्ज की, जो "प्राकृतिक प्रतीत होती है।"भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि इस घटना के स्रोत की जांच की जा रही है। 

Chandrayaan 3 Rover: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बृहस्पतिवार को कहा कि चंद्रयान-3 मिशन के रोवर 'प्रज्ञान' में अहम खुलासे हुए हैं। चंद्रमा पर भूकंप की जानकारी आई है। चंद्र भूकंपीय गतिविधि (आईएलएसए) पेलोड ने एक घटना दर्ज की, जो "प्राकृतिक प्रतीत होती है।"

भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि इस घटना के स्रोत की जांच की जा रही है। राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि ‘अल्फा पार्टिकल एक्स-रे स्पेक्ट्रोस्कोप’ (एपीएक्सएस) नामक उपकरण ने चंद्रमा पर गंधक के साथ-साथ अन्य छोटे तत्वों का भी पता लगाया है।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने गुरुवार को कहा कि चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर, जो चंद्रमा की सतह पर काम कर रहा है, चंद्रमा पर एक "प्राकृतिक" भूकंपीय घटना का पता लगाया है। इसरो ने यह भी कहा कि चंद्रयान-3 लैंडर पर भूकंपीय गतिविधि का पता लगाने वाले उपकरण मिशन के प्रज्ञान रोवर और अन्य पेलोड की गतिविधियों के कारण होने वाले कंपन को रिकॉर्ड करने में भी कामयाब रहे।

चंद्रमा पर पहला माइक्रो इलेक्ट्रो मैकेनिकल सिस्टम (एमईएमएस) प्रौद्योगिकी आधारित उपकरण ने रोवर की गतिविधियों को रिकॉर्ड किया है। 26 अगस्त, 2023 को एक प्राकृतिक घटना को रिकॉर्ड किया है। इस घटना के स्रोत की जांच की जा रही है।

पोस्ट में कहा गया, ‘‘चंद्रयान-3 की यह खोज वैज्ञानिकों को क्षेत्र में गंधक (एस) के स्रोत के लिए नए स्पष्टीकरण विकसित करने के लिए विवश करती है: आंतरिक?, ज्वालामुखीय?, उल्कापिंड?,......?’’ इसरो ने सुरक्षित रास्ते की तलाश में घूमते रोवर का एक वीडियो भी जारी किया।

अंतरिक्ष एजेंसी ने एक वीडियो जारी किया जिसमें 18 सेमी लंबे एपीएक्सएस को घुमाते हुए एक स्वचालित तंत्र दिखता है, जो डिटेक्टर हेड को चंद्र सतह के करीब पांच सेंटीमीटर की दूरी पर संरेखित करता है। छब्बीस किलोग्रम वजनी, छह पहियों वाला, सौर ऊर्जा से संचालित ‘प्रज्ञान’ रोवर अपने वैज्ञानिक उपकरणों का उपयोग करके यह पता लगाने का काम कर रहा है कि दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में चंद्रमा की मिट्टी और चट्टानें किस चीज से बनी हैं।

इसरो ने एक बयान में कहा कि एपीएक्सएस उपकरण चंद्रमा जैसे कम वायुमंडल वाले ग्रहीय पिंडों की सतह पर मिट्टी और चट्टानों की मौलिक संरचना के वास्तविक विश्लेषण के लिए सबसे उपयुक्त हैं। इसमें रेडियोधर्मी स्रोत होते हैं जो सतह के नमूने पर अल्फा कण और एक्स-रे उत्सर्जित करते हैं। नमूने में मौजूद परमाणु बदले में मौजूद तत्वों के अनुरूप विशिष्ट एक्स-रे रेखाएं उत्सर्जित करते हैं।

इन विशिष्ट एक्स-रे की ऊर्जा और तीव्रता को मापकर, अनुसंधानकर्ता मौजूद तत्वों और उनकी प्रचुरता का पता लगा सकते हैं। एपीएक्सएस के अवलोकनों ने एल्युमीनियम, सिलिकॉन, कैल्शियम और लौह जैसे प्रमुख अपेक्षित तत्वों के अलावा, गंधक समेत दिलचस्प छोटे तत्वों की मौजूदगी की खोज की है। रोवर पर लगा ‘लेजर इंड्यूस्ड ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप’ (एलआईबीएस) उपकरण पहले ही गंधक की मौजूदगी की पुष्टि कर चुका है। इन अवलोकनों का विस्तृत वैज्ञानिक विश्लेषण प्रगति पर है।

Web Title: Chandrayaan 3 Rover Quake on Moon? Chandrayaan 3's seismic probe detects 'natural' movement see vide

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