Chandigarh Mayor Election: सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले चंडीगढ़ मेयर ने दिया इस्तीफा, AAP छोड़ बीजेपी में शामिल हुए 3 पार्षद
By अंजली चौहान | Published: February 19, 2024 07:26 AM2024-02-19T07:26:57+5:302024-02-19T07:28:56+5:30
कांग्रेस और आप ने मेयर चुनाव के पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह पर मेयर चुनाव के दौरान मतपत्रों को विकृत करने का आरोप लगाया था।
Chandigarh Mayor Election: सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले चंडीगढ़ मेयर मनोज सोनकर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। रविवार रात को भारतीय जनता पार्टी के मेयर के पद से इस्तीफा देने के बाद चंडीगढ़ मेयर चुनाव विवाद में नया मोड़ आ गया है। यह इस्तीफा ऐसे समय में हुआ है जब एक दिन पहले सुप्रीम कोर्ट में हाल ही में हुए मेयर चुनावों में अनियमितताओं का आरोप लगाने वाली याचिका पर सुनवाई होने वाली है।
वहीं, आज आदमी पार्टी के तीन पार्षदों - पुनम देवी, नेहा मुसावत और गुरचरण काला अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी के साथ "नाखुशी" का हवाला देते हुए रविवार रात को भाजपा में शामिल हो गए।
Chandigarh Mayor Manoj Sonkar resigns ahead of Supreme Court hearing
— ANI Digital (@ani_digital) February 18, 2024
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चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष जतिंदर पाल मल्होत्रा ने कहा कि मनोज सोनकर ने नगर निगम आयुक्त को अपना इस्तीफा सौंप दिया। मल्होत्रा ने कहा, "महापौर (मनोज सोनकर) ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मेयर चुनाव का मामला न्यायालय में विचाराधीन है; सुप्रीम कोर्ट कल इस पर फैसला करेगा।"
यह तब हुआ जब कांग्रेस और आप ने मेयर चुनाव के पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह पर मतपत्रों को विकृत करने का आरोप लगाया था। 30 जनवरी को मतगणना प्रक्रिया के दौरान आठ वोटों के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ करते हुए मसीह का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिस पर अदालत ने कड़ा रुख अपनाया था।
मसीह के अनुसार, वोटों की गिनती के दौरान, मनोज सोनकर को 16 वोट मिले, AAP-कांग्रेस गठबंधन के कुलदीप ढालोर को 12 वोट मिले, जबकि कुल 36 वोटों में से आठ अवैध घोषित किए गए।
5 फरवरी को, सुप्रीम कोर्ट ने मसीह को फटकार लगाते हुए कहा था कि यह स्पष्ट है कि उन्होंने मतपत्रों को विरूपित किया है और उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए, यह कहते हुए कि उनका कृत्य लोकतंत्र की "हत्या और मजाक" है। अदालत ने मामले को 19 फरवरी को सूचीबद्ध किया था।
आप को लगा झटका
आप छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई नेहा मसावत और पूनम देवी ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, "मैं पीएम मोदी द्वारा किए गए कार्यों से प्रेरित होकर भाजपा में शामिल हुई...मैंने आप छोड़ दी है क्योंकि वे एक नकली पार्टी हैं।"
नेहा मुसावत के मुताबिक, आप ने उनसे झूठे वादे किए। उन्होंने कहा, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों से प्रेरित होकर आज मैं बीजेपी में शामिल हुई हूं।''
इसके साथ, मेयर चुनाव के लिए 36 सदस्यीय सदन में भाजपा के पास 19 वोटों का बहुमत होगा, जबकि आप-कांग्रेस गठबंधन के पास 17 वोट बचेंगे।