Jharkhand: चंपई सोरेन अन्य पांच विधायकों के साथ तीन बजे थाम सकते हैं भाजपा का दामन, झामुमो को लगने जा रहा है बड़ा झटका
By एस पी सिन्हा | Updated: August 18, 2024 13:24 IST2024-08-18T13:22:48+5:302024-08-18T13:24:31+5:30
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बड़ा झटका देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं कोल्हान टाईगर के नाम से मशहूर झामुमो के नेता चंपई सोरेन कोलकाता के रास्ते पार्टी के पांच अन्य विधायकों के साथ रविवार को दिल्ली पहुंच गए हैं। चंपई सोरेन दोपहर तीन बजे सभी विधायकों के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने वाले हैं।

झामुमो के नेता चंपई सोरेन
Jharkhand Assembly Elections: झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा(झामुमो) में बड़ा सियासी खेल हो गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बड़ा झटका देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं कोल्हान टाईगर के नाम से मशहूर झामुमो के नेता चंपई सोरेन कोलकाता के रास्ते पार्टी के पांच अन्य विधायकों के साथ रविवार को दिल्ली पहुंच गए हैं। चंपई सोरेन दोपहर तीन बजे सभी विधायकों के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने वाले हैं।
चंपई सोरेन के इस कदम ने झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 से पहले के इस घटनाक्रम ने झारखंड की राजनीति में भूचाल ला दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार चंपई सोरेन कुछ विधायकों के साथ शनिवार की रात को सड़क मार्ग से झारखंड से पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता गए और रात में वहीं ठहरे। रविवार को कोलकाता से दिल्ली के लिए उड़ान भरी। चंपई सोरेन के साथ झामुमो के पांच दशरथ गगराई, रामदास सोरेन, चमरा लिंडा, लोबिन हेंब्रम और समीर मोहंती दिल्ली पहुंचे हैं। चर्चा है कि दोपहर तीन बजे भाजपा मुख्यालयम भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं। चंपई सोरेन समेत सभी विधायकों से संपर्क नहीं हो पा रहा है।
झारखंड में कथित जमीन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था। हेमंत सोरेन ने जेल जाने से पहले राजभवन पहुंचकर अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया था। हेमंत सोरेन की जगह चंपई सोरेन को झारखंड का मुख्यमंत्री बनाया गया। चंपई सोरेन मुख्यमंत्री बनने के बाद अभी कुर्सी पर बैठे ही थे कि कुछ ही दिनों बाद हेमंत सोरेन जेल से रिहा हो गए और चंपई सोरेन को सीएम की कुर्सी छोड़नी पड़ गई थी। जेल से छूटते ही हेमंत सोरेन ने चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाकर सत्ता की बागडोर फिर से अपने हाथ में ले ली थी। उस वक्त चंपई सोरेन की नाराजगी की बातें सामने आई थीं। बाद में हेमंत सोरेन ने उन्हें मंत्री बना दिया।
इस बीच भाजपा ने विधानसभा चुनाव से पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंता विस्वा सरमा को झारखंड का प्रभारी बना दिया और आखिर कार सरमा ने हेमंत सोरेन की पार्टी में सेंधमारी कर दी और चंपई सोरेन समेत 6 विधायकों को अपने खेमें में कर लिया।