चकमा स्वायत्त जिला परिषदः मिजोरम में भाजपा को झटका, आठ में से छह सदस्य एमएनएफ में शामिल, जानें इसके बारे में
By सतीश कुमार सिंह | Updated: March 30, 2021 20:12 IST2021-03-30T16:12:07+5:302021-03-30T20:12:47+5:30
Chakma Autonomous District Council: एमएनएफ विधायक दल की बैठक बाद दुर्जय धन चकमा को नेता चुना गया। CADC के मुख्य कार्यकारी सदस्य (CEM) मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) के रसिक मोहन चकमा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

रसिक मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के सदस्य हैं। रसिक ने इस्तीफा राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लई को सौंपा। (file photo)
Chakma Autonomous District Council: भाजपा को चकमा स्वायत्त जिला परिषद (CADC) में बड़ा झटका लगा है। आठ सदस्यों में से छह ने भगवा पार्टी छोड़ दी और 27 मार्च को एमएनएफ (MNF) में शामिल हो गए।
एमएनएफ नेता और खेल मंत्री रॉबर्ट रोमाविया रोयते ने कहा कि भाजपा सदस्य पार्टी में शामिल हो गए। बुद्धलीला चकमा, अजय कुमार चकमा, ओनीश मय चकमा, अनिल कांति चकमा, हीरानंद तोंगचांगया और संजीव चकमा को पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक समारोह के दौरान शामिल कराया गया।
एमएनएफ में शामिल होने के बाद बुद्धलीला चकमा ने कहा कि सीएडीसी के लोगों से केंद्रीय भाजपा नेताओं द्वारा किए गए किसी भी वादे को पूरा करने में विफल रहा। इसका हमें खेद है। चकमा स्वायत्त जिला परिषद (सीएडीसी) के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) रसिक मोहन चकमा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
चकमा लोगों के लिए 1972 में CADC की स्थापना की गई थी
चकमा लोगों के लिए 1972 में CADC की स्थापना की गई थी। परिषद में 24 सदस्य होते हैं, जिनमें से 20 निर्वाचित होते हैं और 4 राज्य के राज्यपाल द्वारा नामित किए जाते हैं। वर्तमान में, MNF में 18 निर्वाचित सदस्य हैं, जबकि भाजपा के परिषद में 2 निर्वाचित सदस्य हैं।
रसिक मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के सदस्य हैं। रसिक ने इस्तीफा राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लई को सौंपा। परिषद के अध्यक्ष एच अमरेश चकमा को 26 मार्च को बजट सत्र की पहली बैठक के दौरान लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के बाद हटा दिया गया था, जिसके दो दिन बाद रसिक ने इस्तीफा दिया है।
वक्तव्य में कहा गया कि रसिक मोहन चकमा के इस्तीफे के साथ ही सीएडीसी की वर्तमान कार्यकारी समिति भंग हो गई है और नई समिति का गठन किया जाएगा। इस बीच सीएडीसी में भाजपा को तगड़ा झटका लगा है क्योंकि उसके आठ में से छह सदस्य पार्टी छोड़कर 27 मार्च को एमएनएफ में शामिल हो गए। एमएनएफ की ओर से सोमवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई