सीडीएस बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर दुर्घटना मामले में एकमात्र बचे सैन्य अधिकारी ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का करीब एक हफ्ते तक चले इलाज के बाद बुधवार को निधन हो गया. भारतीय वायुसेना ने इसकी जानकारी दी।
बीते 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैन्य अधिकारी व कर्मचारियों की मौत हो गई थी।
भारतीय वायु सेना ट्वीट कर कहा कि भारतीय वायुसेना को बहादुर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन की सूचना देते हुए गहरा दुख हुआ है, जिनकी आज सुबह 08 दिसंबर, 2021 को हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई चोटों के कारण मौत हो गई। भारतीय वायुसेना गहरी संवेदना व्यक्त करती है और शोक संतप्त परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनके निधन से दुखी हूं। उन्होंने ट्वीट किया कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने गर्व, वीरता और अत्यधिक पेशेवर तरीके के साथ देश की सेवा की। उनके निधन से बेहद आहत हूं। राष्ट्र के लिए उनकी समृद्ध सेवा को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। उसके परिवार तथा मित्रों के लिए संवेदनाएं। शांति।
इस साल स्वतंत्रता दिवस पर शौर्य चक्र से अलंकृत सिंह का शुरुआत में वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा था, जिसके बाद उन्हें बेंगलुरु के वायु सेना कमांड अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। गंभीर रूप से झुलसने के बाद उनका इलाज चल रहा था।
39 वर्षीय सिंह एक सैन्य परिवार से थे, उनके भाई भारतीय नौसेना में सेवारत थे और उनके पिता कर्नल (सेवानिवृत्त) केपी सिंह सेना वायु रक्षा का हिस्सा थे। उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं।
बता दें कि, बीते 8 दिसंबर को सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिक रावत, चालक दल के चार सदस्य और सात अन्य यात्रियों को लेकर भारतीय वायुसेना का एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर तमिलनाडु के कुन्नूर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिक रावत सहित 13 लोगों की मौत हो गई थी।