रिश्वत मामले में सीबीआई ने रत्नाकर बैंक के दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया
By भाषा | Published: November 19, 2021 08:07 PM2021-11-19T20:07:55+5:302021-11-19T20:07:55+5:30
अहमदाबाद, 19 नवंबर सीबीआई ने रत्नाकर बैंक (आरबीएल बैंक) के दो वरिष्ठ अधिकारियों को संपत्ति मूल्यांकन प्रमाणपत्र जारी करने के लिए 30 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह जानकारी शुक्रवार को यहां जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में दी गयी है।
गिरफ्तार अधिकारियों की पहचान निमेश मंगर और सौरभ भसीन के रूप में की गयी है। निमेश
अहमदाबाद में स्थित कृषि प्रभाग के क्षेत्रीय प्रमुख हैं जबकि सौरभ भसीन बैंक के ‘रिकवरी’ प्रमुख हैं।
सीबीआई द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार गांधीनगर के एक व्यवसायी और उनके परिवार के 12 सदस्यों ने 2016 में राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड की बागवानी योजना के तहत ऋण के लिए आवेदन किया था। इस योजना के तहत, केंद्र सरकार परियोजना लागत पर 50 प्रतिशत सब्सिडी (अनुदान) देती है।
रत्नाकर बैंक की अहमदाबाद शाखा ने कारोबारी को 10.87 करोड़ रुपये का ऋण दिया जो उस वर्ष परियोजना लागत का 75 प्रतिशत था। लेकिन 2017 में राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड ने सब्सिडी के लिए उनके आवेदन को खारिज कर दिया था।
बोर्ड ने सब्सिडी मंजूर करने के लिए कर्ज देने वाले बैंक से गिरवी रखी गई संपत्ति का मूल्यांकन प्रमाणपत्र मांगा। व्यवसायी का आरोप है कि कई आवेदनों के बावजूद, बैंक ने उन्हें प्रमाण पत्र जारी नहीं किया।
व्यवसायी का आरोप है कि भसीन ने मूल्यांकन प्रमाण पत्र जारी करने के लिए एक करोड़ रुपये की मांग की और बाद में 30 लाख रुपये पर तैयार हो गए। भसीन ने कथित तौर पर निमेश मंगर को पैसे देने को कहा।
विज्ञप्ति के अनुसार सीबीआई ने कारोबारी की शिकायत पर जाल बिछाकर शुक्रवार सुबह 30 लाख रुपये लेते हुए मंगर को रंगेहाथ पकड़ लिया। भसीन को बाद में पुणे में गिरफ्तार कर लिया गया।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।