मुंबई, 25 फरवरी कोविड-19 गृह पृथक-वास और सामाजिक दूरी के नियमों का घोर उल्लंघन और संपर्क में आए लोगों का पता लगाने के लिए पर्याप्त संसाधनों की अनुपलब्धता के कारण महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। यह जानकारी बृहस्पतिवार को एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने दी।
महाराष्ट्र में बुधवार को एक दिन में 8807 नए मामले सामने आए जिससे राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 21,21,119 हो गई। राज्य में चार महीने के अंतराल के बाद प्रति दिन आठ हजार से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं।
कोविड-19 महामारी पर राज्य सरकार के तकनीकी सलाहकार डॉ. सुभाष सालुंके ने कहा, ‘‘हम असहाय हैं क्योंकि लोग संक्रमण ठीक होने पर अस्पताल से छुट्टी मिलने या ऐसे किसी स्थान से लौटने के बाद गृह पृथक-वास के मूल दिशानिर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं जहां निश्चित अवधि के लिए पृथक-वास अनिवार्य है।’’
अधिकारी ने कहा कि इससे स्पष्ट है कि लॉकडाउन जैसे कड़े उपाय लागू करने होंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘राजस्व, गृह और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की कई बैठकें हुई हैं जिनमें लोगों के लिए नियमों का कड़ाई से पालन करने की खातिर तरीकों पर विचार-विमर्श हुआ।’’
राज्य की स्वास्थ्य विभाग की निदेशक डॉ. अर्चना पाटिल ने कहा, ‘‘मैं मास्क, पीपीई किट, दवाएं जैसे सामानों की खरीद के लिए कई बैठकें कर रही हूं ताकि जरूरत पड़ने पर हम अधिक संख्या में मरीजों को कोविड-19 देखभाल केंद्रों में जगह दे सकें।’’
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पिछले तीन हफ्ते में कई राजनीति रैलियां एवं सभाएं हुईं।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर नेता थोड़े राजनीति लाभ हासिल करने में ज्यादा रूचि रखते हैं तो इसके दुष्परिणाम होंगे और कोविड-19 रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।
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