लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने BJP प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल को दो मुंहा नाग कहा, धूर्त और दिमागी तौर से अपाहिज बोला
By एस पी सिन्हा | Updated: August 14, 2021 20:01 IST2021-08-14T20:00:24+5:302021-08-14T20:01:19+5:30
Caste Census: रोहिणी आचार्य के इस ट्वीट के बाद अब भाजपा लालू परिवार पर हमलावर हो गई है. भाजपा के प्रवक्ता सहित अन्य नेताओं ने इसकी निंदा की है.

केंद्र सरकार आगामी जनगणना में केवल एससी व एसटी की गिनती कराने के पक्ष में है.
Caste Census: बिहार में पिछले कुछ दिनों से जातीय जनगणना का मुद्दा छाया हुआ है. जातीय जनगणना को लेकर सियासी जंग अब तेज हो गई है. इसमें अब राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी दखल दे दी है.
रोहिणी ने बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल पर हमला बोला है. इस दौरान लालू यादव की बेटी ने तमाम मर्यादाओं को भी लांघा है. रोहिणी ने ट्वीट कर लिखा है कि ''संजय जायसवाल धूर्त, दिमागी तौर से अपाहिज आदमी भूल गया 2005 में तुमको राजनीतिक जीवन दान आरक्षण किसने दिया? लालू जी ने तुम जैसे बहुत से दो मुंहे नाग को दूध पिलाया और जीवन दान दिया.''
वहीं, रोहिणी के इस ट्वीट के बाद अब भाजपा लालू परिवार पर हमलावर हो गई है. भाजपा के प्रवक्ता सहित अन्य नेताओं ने इसकी निंदा की है. वहीं लालू परिवार के संस्कारों को लेकर भी बयानबाजी की जा रही है. सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा गर्माया हुआ है.
संजय जयसवाल धूर्त दिमाग़ी तौर से अपाहिज आदमी भूल गया 2005 में तुमको राजनीतिक जीवन दान आरक्षण किसने दिया ? लालू जी ने तमजैसे बहुत से दो मूँहे नाग को दूध पिलाया और जीवन दान दिया ..
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) August 13, 2021
वैसे आज नाग पंचमी है सभी को बधाई🙏 https://t.co/r3FLe52lXf
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार आगामी जनगणना में केवल एससी व एसटी की गिनती कराने के पक्ष में है. जबकि विपक्षी दलों के साथ ही बिहार में भाजपा के साथी दल भी सभी जातियों की गिनती कराने के पक्ष में खड़ी है. इसी कड़ी में बिहार की उप मुख्यमंत्री रेणु देवी ने पूछा है कि तेजस्वी बताएं लालू यादव और राबड़ी देवी की सरकार में जातीय जनगणना क्यों नहीं कराया गया?
जनगणना से जान लिया जाएगा
— Rohini Acharya (@RohiniAcharya2) August 14, 2021
ओबीसी समाज का हक और अधिकार पहचान लिया जाएगा.. https://t.co/cKgcxncT31
उप मुख्यमंत्री आज भाजपा कार्यालाय में सहयोग कार्यक्रम के तहत लोगों की समस्या सुनने आई थीं. रेणु देवी ने कहा कि केंद्र सरकार जातीय जनगणना नहीं कराने वाली है. उन्होंने कहा कि 'जिस तरह कर्नाटक और ओडिशा में जातीय जनगणना कराई गई, उस तरह बिहार भी इसके लिए स्वतंत्र है.
1997 में जनता दल के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालू प्रसाद की अगुवाई वाली संयुक्त मोर्चा सरकार के प्रथम असली ओबीसी प्रधानमंत्री देवेगौडा जी ने जातिगत जनगणना का आदेश दिया था जिसे 2001 की जनगणना के वक्त के भाजपाई प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने निरस्त कर दिया था।
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) August 13, 2021
लेकिन केंद्र सरकार का फैसला, इस मामले में बिल्कुल स्पष्ट है कि वह जातीय जनगणना नहीं कराने जा रही है. उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना पर जो भी फैसला होता है, आगे वो देखा जाएगा. उन्होंने कहा कि अभी केंद्र के पास इसका अधिकार है. लेकिन केरल-ओडिशा जैसे राज्य खुद की जनसंख्या करा चुकी है.