Cash-for-votes Row: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत को मतदाताओं को पैसे बांटने के आरोपों के लिए मानहानि का नोटिस जारी किया। तावड़े के वकील ने तीनों कांग्रेस नेताओं को कानूनी नोटिस भेजकर माफी मांगने को कहा है, नहीं तो उन पर 100 करोड़ रुपये का मुकदमा किया जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार, तावड़े ने बिना शर्त माफी मांगी है और कहा है कि अगर वे माफी नहीं मांगते हैं तो वे उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।
राहुल गांधी ने इस विवाद को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था, "मोदी जी, ये 5 करोड़ किसकी तिजोरी से आए? किसने जनता का पैसा लूटकर आपको टेंपो में भेजा?" कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इस मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर हमला किया और कहा कि प्रधानमंत्री धन और बाहुबल से महाराष्ट्र को "सुरक्षित" रखने का वादा करते हैं, वहीं उनकी पार्टी के नेता को 5 करोड़ रुपये नकद के साथ "रंगें हाथ पकड़ा गया"।
कैश-फॉर-वोट विवाद
कैश-फॉर-वोट विवाद महाराष्ट्र में 288 निर्वाचन क्षेत्रों में नई सरकार चुनने के लिए मतदान से एक दिन पहले शुरू हुआ। 19 नवंबर को बहुजन विकास अघाड़ी के नेता हितेंद्र ठाकुर ने आरोप लगाया कि वरिष्ठ भाजपा नेता विनोद तावड़े ने पालघर जिले के एक निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं को पैसे बांटे। तावड़े और बीवीए नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच टकराव का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है।