संशोधित नागरिकता कानून के विरोध को लेकर देश के कई शहरों में हिंसक झड़पें हुई हैं और इसे वापस लेने की मांग की जा रही है। हालांकि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इशारों ही इशारों में साफ कर दिया है कि कितना भी विरोध किया जाए, लेकिन सरकार पीछे नहीं हटेगी। इस बीच कांग्रेस की नेता अलका लाम्बा ने अमित शाह पर हमला बोला है।
उन्होंने एनडीटीवी की वेबसाइट की खबर को ट्वीट करते हुए लिखा, 'आज मैंने उसमें इंसानों जैसी लचक नहीं मुर्दों जैसी अकड़ है देखी...'
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर कहा, 'दिल्ली जीतने की बात करने वाले तानाशाह काश तूने दिल जीतने की बात कही होती'
बता दें कि अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि मोदी सरकार सुनिश्चित करेगी कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के गैर मुस्लिम शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता हासिल हो और वे देश में सम्मान के साथ जी सकें। उन्होंने नये कानून का विरोध करने वाले लोगों को चुनौती देते हुए कहा कि वे जितना चाहें कानून का विरोध कर सकते हैं।
उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि कुछ भी हो मोदी सरकार सुनिश्चित करेगी कि इन शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता हासिल हो और वे सम्मान के साथ भारतीय नागरिक बनकर जिएं। नागरिकता (संशोधन) कानून, 2019 के कारण कोई भी भारतीय अपनी नागरिकता नहीं खोएगा और यह कानून तीनों पड़ोसी देशों में अत्याचार का शिकार बने अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के लिए बनाया गया है।
शाह ने कानून का विरोध करने वाले छात्रों से कहा कि इसे ठीक से पढ़ें और इसके अर्थ को समझें। उन्होंने कहा कि मैं अपने मुस्लिम भाइयों- बहनों से कहना चाहता हूं कि आपको डरने की जरूरत नहीं है। जो लोग भारत में रह रहे हैं, उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। कोई भी भारतीय नागरिकता खोने नहीं जा रहा है। कांग्रेस लोगों को भ्रमित करने का प्रयास कर रही है। कानून वेबसाइट पर है। इसे पढ़िए। नरेन्द्र मोदी ‘सबका साथ, सबका विकास’ में विश्वास करते हैं। किसी से भी अन्याय नहीं किया जाएगा।’’