नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने 31 लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही पुलिस ने इस मामले में करीब 150 से ज्यादा लोगों की पहचान भी की है। ये जानकारी उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से दी गई है। पिछले हफ्ते इस प्रदर्शन में रामपुर में एक शख्स की मौत हो गई थी जबकि कई स्थानीय लोग और पुलिस के जवान घायल हुए।
प्रदर्शनकारियों ने हिंसा के दौरान एक मीडियाकर्मी और पुलिस के एक दोपहिया वाहन समेत कुल पांच दोपहिया वाहनों और एक कार में आग लगा दी थी। इसके बाद पुलिस की ओर से किये गए लाठीचार्ज में कई लोग घायल हुए। रिपोर्ट्स के अनुसार करीब 400 से 500 लोग बंद के आह्वान के बीच शहर के ईदगाह इलाके में प्रदर्शन के लिये जुटे थे। पुलिस के अनुसार विरोध-प्रदर्शन के दौरान पथराव करने वालों में 12 से 18 साल की उम्र के बच्चे भी शामिल थे।
बता दें कि इस हिंसा में मारे गये 22 वर्षीय एक युवक के परिवार ने रविवार को आरोप लगाया कि उसकी मौत पुलिस की गोली से हुई और जब उसे अस्पताल ले जाया गया तब वह जिंदा था लेकिन करीब दो घंटों तक डॉक्टरों ने इलाज नहीं किया। हालांकि, जिला प्रशासन ने परिवार के दावे को खारिज करते हुए कहा कि पुलिस ने कोई गोली नहीं चलाई और युवक की मौत दंगाइयों के बीच चली गोली से हुई है।
(भाषा इनपुट)