नागरिकता कानून विरोध: बिहार में वाम दलों का प्रदर्शन, दिल्ली में लाल किले के पास धारा-144 लागू
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 19, 2019 10:33 IST2019-12-19T10:32:30+5:302019-12-19T10:33:08+5:30
संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शनों के मद्देनजर 19 दिसंबर को दिल्ली के सात मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं।

सीपीआईएमएल के कार्यकर्ता बिहार में विरोध करते हुए.
संशोधित नागरिकता कानून को लेकर बिहार और दिल्ली में आज विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। बिहार में वामदलों ने बंद का आह्नान किया है, जबकि दिल्ली में 'हम भारत के लोग' के बैनर तले लाल किला मार्च का आह्वान किया है। दिल्ली पुलिस ने लाल किले के पास धारा-144 लागू कर दी है।
वहीं संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शनों के मद्देनजर 19 दिसंबर को दिल्ली के सात मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं। डीएमआरसी ने ट्वीट किया, ‘‘लाल किला, जामा मस्जिद, चांदनी चौक और विश्वविद्यालय के प्रवेश और निकास द्वार बंद किए गए हैं। इन स्टेशनों पर ट्रेन नहीं रूकेगी।’’ इसमें बताया गया है कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया, जसोला विहार, शाहीन बाग और मुनीरका स्टेशनों के द्वार भी बंद किए गए हैं। इन स्टेशनों पर भी ट्रेन नहीं रूकेगी।
DMRC: Entry & exit gates of Lal Quila, Jama Masjid, Chandni Chowk and Vishwavidyalaya are closed. Trains will not be halting at these stations. https://t.co/6EFy6nChIp
— ANI (@ANI) December 19, 2019
दिल्ली पुलिस ने कहा है कि 'हम भारत के लोग' के बैनर तले आज सुबह 11:30 बजे लाल किला से शहीद भगत सिंह पार्क (आईटीओ) तक नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ होने वाले रैली के लिए अनुमति नहीं दी गई है। इसके अलावा मंडी हाउस से लेकर जंतर मंतर तक कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा किए जाने वाले विरोध मार्च के लिए भी अनुमति नहीं है।
Delhi: Section-144 of the Code of Criminal Procedure (prohibits assembly of more than 4 people in an area) has been imposed near Red Fort. https://t.co/9iaVHz1vev
— ANI (@ANI) December 19, 2019
वहीं पटना, दरभंगा और आरा में एनआरसी बिल का विरोध कर रहे वामदलों ने ट्रेनें को रोका है।
Patna: All India Students Federation (AISF) members stop train at Rajendra Nagar railway station in protest against against #CitizenshipAct and National Register of Citizens. #Biharpic.twitter.com/fF5Hcp1luY
— ANI (@ANI) December 19, 2019
कांग्रेस-एनसीपी अन्य पार्टियों ने नागरिकता कानून-एनआरसी के विरोध के लिए मोर्चा बनाया
कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) तथा अन्य पार्टियों ने एक मोर्चा बनाया है जो संशोधित नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी के खिलाफ आज प्रदर्शन करेगा। मोर्चे की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि पार्टियों ने मिल कर ‘हम भारत के लोग’ नाम का एक मोर्चा गठित किया है जो यहां अगस्त क्रांति मैदान में विरोध प्रदर्शन करेगा। मोर्चे ने संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी को ‘असंवैधानिक और भेदभावपूर्ण’ करार दिया। कांग्रेस और एनसीपी की महाराष्ट्र इकाई के अलावा सपा, भाकपा, माकपा, जद(एस), पीजे़ंट्स एंड वर्कर्स पार्टी ऑफ इंडिया, मुस्लिम लीग तथा विभिन्न नागरिक संगठन भी इस प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे।
Darbhanga: CPI-M workers block railway track at Laheriasarai railway station protesting against #CitizenshipAct and National Register of Citizens. #Biharpic.twitter.com/Gf8h9WKwrx
— ANI (@ANI) December 19, 2019
बंगाल में कोई नयी हिंसक घटना नहीं, स्थिति शांतिपूर्ण
संशोधित नागरिकता कानून को लेकर पश्चिम बंगाल में आज अब तक ताजा हिंसक घटना दर्ज नहीं हुई है और स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है। हालांकि इस कानून का समर्थन करने वाले और विरोध करने वालों के बीच छिटपुट घटनाएं बुधवार को दर्ज हुई थीं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उत्तर दिनाजपुर जिले में नागरिकता कानून के खिलाफ निकाली गई रैली में देशी बम फेंके गए, जिसमें पांच लोग घायल हो गए। इस घटना के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 34 दो घंटे के लिए बंद कर दिया। राज्य में नए नागरिकता कानून के विरोध में 13 दिसंबर से 17 दिसंबर के बीच हिंसा और आगजनी की घटनाएं हुई थीं।
इन घटनाओं में कथित तौर पर शामिल होने के आरोप में 350 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बृहस्पतिवार को कोलकाता के एस्प्लेनेड क्षेत्र में एक रैली निकालेंगी। ममता एनआरसी और संशोधित नागरिकता कानून का कड़ाई से विरोध कर रही हैं। ममता बनर्जी ने 16 दिसंबर से 18 दिसंबर के बीच में कोलकाता और हावड़ा में तीन विरोध मार्च निकाले हैं। वामपंथी पार्टियां इस नए कानून के खिलाफ रामलीला मैदान से लेडी ब्रेबोर्न कॉलेज तक मार्च निकालेंगी। वहीं बुद्धिजीवी वर्ग रामलीला मैदान से हॉग मार्केट तक मार्च निकालने वाले हैं।