शिमलाः हिमाचल प्रदेश में मंडी लोकसभा क्षेत्र और तीन विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा कर लिया है। भाजपा को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस ने मंडी लोकसभा सीट भाजपा से छीन ली है। मंडी लोकसभा सीट, जुब्बल-कोटखाई, अर्की और फतेहपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने जीत ली।
चारों सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान 30 अक्टूबर को हुआ था। निर्वाचन आयोग द्वारा मंगलवार को घोषित चुनाव परिणाम के अनुसार, कांग्रेस ने अपनी फतेहपुर और अर्की सीटें बरकरार रखी हैं, जबकि जुबल-कोटखाई सीट भाजपा से छीनने में कामयाब हुई है।
मंडी लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी व कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और करगिल युद्ध के अनुभवी सैनिक भाजपा प्रत्याशी कौशल ठाकुर को हरा दिया है। गौरतलब है कि मंडी लोकसभा सीट से भाजपा के राम स्वरूप शर्मा ने 2019 लोकसभा चुनाव में 4,05,000 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी।
फतेहपुर से भवानी सिंह पठानिया, अर्की से संजय और जुबल-कोटखाई से रोहित ठाकुर ने जीत दर्ज की है। राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौड़ ने भाजपा की हार के बाद नैतिक आधार पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इस्तीफा मांगा है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस ने ‘सेमीफाइनल’ जीत लिया है और अगले साल दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों में भी जीत दर्ज करेगी।
फतेहपुर में कांग्रेस के भवानी सिंह पठानिया जीत गए हैं। अर्की में कांग्रेस उम्मीदवार संजय ने जीत दर्ज की। भाजपा ने 2019 में मंडी और 2017 में जुब्बल-कोटखाई सीट से जीत हासिल की थी जबकि अर्की और फतेहपुर सीट कांग्रेस के हिस्से आई थी। इन चारों सीटों पर उपचुनाव 30 अक्टूबर को हुए थे।
सीईओ ने बताया कि कोविड-19 वैश्विक महामारी को देखते हुए उम्मीदवारों और उनके समर्थकों द्वारा विजय जुलूसों पर रोक लगा दी गई है। मंडी सीट भाजपा सांसद राम स्वरूप शर्मा के निधन के बाद खाली हुई थी, जो 17 मार्च को दिल्ली में अपने आधिकारिक आवास पर मृत पाए गए थे।
राज्य के पूर्व मंत्री और फतेहपुर के कांग्रेस विधायक सुजान सिंह पठानिया, पूर्व मंत्री और जुब्बल-कोटखाई के विधायक नरिंदर बरागटा और पूर्व मुख्यमंत्री और अर्की से विधायक वीरभद्र सिंह का क्रमश: फरवरी, जून और जुलाई में निधन हो गया था।