बुलढाणा बस हादसाः बस में नहीं थी कोई खामी, तेज गति की वजह से नहीं हुआ हादसा, महाराष्ट्र परिवहन विभाग की जांच में सामने आई ये बात
By अनिल शर्मा | Updated: July 2, 2023 12:31 IST2023-07-02T12:14:01+5:302023-07-02T12:31:24+5:30
अधिकारियों का कहना है कि शनिवार रात डेढ़ बजे घटी इस घटना का एक कारण ड्राइवर को नींद आना भी हो सकता है। वहीं एक अन्य कारण बस के अत्यधिक गति में होने की भी बात कही जा रही है। लेकिन अभी तक सही कारणों का पता नहीं चला है।

बुलढाणा बस हादसाः बस में नहीं थी कोई खामी, तेज गति की वजह से नहीं हुआ हादसा, महाराष्ट्र परिवहन विभाग की जांच में सामने आई ये बात
मुंबईः महाराष्ट्र के बुलढाणा में समृद्धि महामार्ग एक्सप्रेसवे पर शनिवार तड़के एक बस में आग लगने से कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने शनिवार बताया कि टायर फटने के कारण बस एक्सप्रेस-वे पर डिवाइडर से टकरा गई और फिर पलट गई। जिससे उसमें आग लग गई और 25 लोग जिंदा जल गए और एक की इलाज के दौरान मौत हो गई। बस ड्राइवर और कंडक्टर पुलिस हिरासत में हैं।
अधिकारियों का कहना है कि शनिवार रात डेढ़ बजे घटी इस घटना का एक कारण ड्राइवर को नींद आना भी हो सकता है। वहीं एक अन्य कारण बस के अत्यधिक गति में होने की भी बात कही जा रही है। लेकिन अभी तक सही कारणों का पता नहीं चला है। हालांकि महाराष्ट्र के परिवहन विभाग ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा कि यह दुर्घटना टायर फटने या घिसे हुए टायर और ओवरस्पीडिंग के कारण नहीं हुआ। क्योंकि टायरों के रबर के कोई टुकड़े नहीं मिले।
महाराष्ट्र के परिवहन विभाग ने ओवरस्पीडिंग की बात नकार दी है
महाराष्ट्र के परिवहन विभाग ने ओवरस्पीडिंग की बात नकार दी है। रिपोर्ट में उसने कहा कि बस ने 144 मिनट में केवल 152 किलोमीटर की दूरी ही तय की थी इसलिए ओवरस्पीड नहीं हो सकती। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए परिवहन आयुक्त का प्रभार संभाल रहे आईएएस शेखर चन्ने ने यह भी कहा कि प्रारंभिक जांच में बस में कोई खामियां नहीं पाई गईं हैं।
इस बीच अतिरिक्त परिवहन आयुक्त जे बी पाटिल, जो महाराष्ट्र सड़क के प्रमुख भी हैं, ने कहा है कि पाटिल ने कहा कि अमरावती में क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय के अलावा जिला सड़क सुरक्षा समिति भी दुर्घटना की जांच कर रही है और आवश्यक कार्रवाई का सुझाव देगी। पाटिल ने कहा, उप परिवहन आयुक्त (सड़क सुरक्षा) भरत कालस्कर को पूरी स्थिति की समीक्षा करने के लिए कहा गया है।
बस के मालिक ने भी शनिवार कहा था कि बस को साल 2020 में खरीदा था और इसमें कोई समस्या नहीं थी
जांच के मुताबिक बस तीन साल पुरानी है। बस के मालिक ने भी शनिवार कहा था कि बस को साल 2020 में खरीदा था और इसमें कोई समस्या नहीं थी। हालांकि बस की पीयूसी 10 मार्च 2023 में समाप्त हो गई थी। बस 24 जनवरी, 2020 को पंजीकृत हुई थी। इसका फिटनेस प्रमाणपत्र 10 मार्च, 2024 तक, परमिट 22 दिसंबर, 2025 तक और बीमा 26 अक्टूबर, 2023 तक वैध था
पिछले साल दिसंबर में बने समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर अभी तक 88 लोगों की जान जा चुकी है।
महाराष्ट्र में पिछले साल दिसंबर में बने समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर अभी तक 88 लोगों की जान जा चुकी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र राजमार्ग पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि छह-लेन के इश एक्सप्रेस-वे पर होने वाले हादसों के कारणों में से एक कारण सड़क सम्मोहन (Road hypnosis) है। सड़क सम्मोहन एक ऐसी मानसिक अवस्था होती है जिसमें चालक सड़क की सुंदरता और एकरसता से सम्मोहित होकर वाहन तेज गति में चलाता जाता है। बाहरी चीजों से वह प्रभावित नहीं होता है।
पिछले साल दिसंबर से अबतक समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर 616 छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं हुई हैं
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले साल दिसंबर से अबतक समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर 616 छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें 656 लोगों को गंभीर या मामूली चोटें आईं। एक अधिकारी ने बताया कि अधिकांश दुर्घटनाएं तेज गति से वाहन चलाने, वाहन चलाते समय चालक को झपकी लगने और टायर फटने जैसे कारणों से हुई हैं।