नई दिल्ली: लोकसभा में मंगलवार को गौतम अडानी मामले पर राहुल गांधी के भाषण के कुछ हिस्से को रिकॉर्ड से हटा दिया गया है। स्पीकर का मानना है कि कांग्रेस नेता के भाषण के कुछ हिस्से सदन की मर्यादा के अनुकूल नहीं हैं। लिहाजा उन्हें संसद के रिकार्ड से हटा दिया गया है।
राहुल गांधी के भाषण के अलावा टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा और बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के भाषणों के कुछ हिस्से भी रिकार्ड से हटा दिए गए हैं। लोकसभा स्पीकर के इस कदम को कांग्रेस ने लोकतंत्र की हत्या बताया है।
बुधवार को कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया, "राहुल गांधी के अडानी महामेगा स्कैम से जुड़े पीएम पर की टिप्पणी का निष्कासन लोकसभा में लोकतंत्र का अंतिम संस्कार किया गया है। ओम् शांति।"
इससे पहले मंगलवार को राहुल गांधी ने अडानी विवाद पर मोदी सरकार पर लोकसभा में गंभीर आरोप लगाए। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान उन्होंने उद्योगपति अडानी और पीएम मोदी का रिश्ता भी पूछा। साथ ही वे सदन में दोनों की फोटो लेकर पहुंचे थे। राहुल गांधी ने कहा कि 2014 में दुनिया के अमीर लोगों की लिस्ट में अडानी 609 नंबर पर थे, पता नहीं जादू हुआ और यह दूसरे नंबर पर आ गए।
उन्होंने कहा, मोदी सरकार ने अडानी को फायदा पहुंचाने के लिए एयरपोर्ट के नियमों में बदलाव किए। नियम बदलकर अडानी को 6 एयरपोर्ट दिए गए। राहुल गांधी के आरोपों के बाद बीजेपी ने इन आरोपों का जोरदार तरीके से खंडन किया।
बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस नेता ने संसद में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ बेबुनियाद, शर्मनाक और लापरवाही भरे आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस खुद बड़े घोटालों में शामिल रही है, जिससे देश की छवि धूमिल हुई है।