Budget 2020: निर्मला सीतारमण के भाषण पर बरसे योगेंद्र यादव, कहा- अर्थशास्त्र छोड़कर सब विषयों पर ज्ञान दिया, तोड़े कई रिकॉर्ड
By रामदीप मिश्रा | Updated: February 1, 2020 14:27 IST2020-02-01T14:27:57+5:302020-02-01T14:27:57+5:30
Budget 2020: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए दो घंटे 40 मिनट तक बजट भाषण पढ़ा। इससे पूर्व बजट पेश करने में सबसे अधिक समय लेने का रिकॉर्ड जसवंत सिंह के नाम हैं।

योगेन्द्र यादव (फाइल फोटो)
Budget 2020 (बजट 2020) को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार (एक फरवरी) को लोकसभा में पेश किया। इस दौरान उन्होंने बजट भाषण देने में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। उनका बजट भाषण समाप्त होते ही स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेद्र यादव ने वित्तमंत्री पर करारा हमला बोला। उन्होंने उन्हें कई रिकॉर्ड तोड़ने वाला वित्तमंत्री बताया है।
योगेद्र यादव ने ट्वीट कर लिखा, 'वित्तमंत्री ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए। सबसे लम्बे भाषण का, इतना बोलकर कुछ न कहने का भी, अधिकतम भाषाएँ बोल कर भी सच न बोलने का, अर्थशास्त्र छोड़कर बाकी सब विषयों पर ज्ञान देने का, बधाई हो!'
दरअसल, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए दो घंटे 40 मिनट तक बजट भाषण पढ़ा। इससे पूर्व बजट पेश करने में सबसे अधिक समय लेने का रिकॉर्ड जसवंत सिंह के नाम हैं। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में जसवंत सिंह ने बजट पेश करने में दो घंटे 13 मिनट का समय लिया था।
वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री और नरसिंहा राव सरकार में वित्त मंत्री रह चुके मनमोहन सिंह के नाम शब्दों के हिसाब से सबसे लंबा बजट भाषण पढ़ने का रिकॉर्ड है। उनके भाषण में 18,177 शब्द थे। इसी साल (1991 में) भारत ने उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण का रास्ता चुना था। पूर्व वित्त मंत्री और दिवंगत नेता अरुण जेटली के नाम दूसरा, तीसरा और चौथा सबसे लंबा बजट भाषण देने का रिकॉर्ड है। जेटली ने साल 2014, 2017 और 2016 में यह रिकॉर्ड बनाया था।
वित्त मंत्री ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए:
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) February 1, 2020
सबसे लम्बे भाषण का
इतना बोल कर कुछ न कहने का भी!
अधिकतम भाषाएँ बोल कर भी सच न बोलने का!
अर्थशास्त्र छोड़कर बाकी सब विषयों पर ज्ञान देने का!
बधाई हो!
इधर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने करदाताओं को बड़ी राहत देते हुए कर कानूनों को सरल बनाने के लिए नयी वैकल्पिक व्यक्तिगत आयकर व्यवस्था पेश की है। इसके तहत 2.5 लाख रुपये तक की आय कर मुक्त रहेगी। 2.5 से पांच लाख तक की आय पर पांच प्रतिशत की दर से कर लगेगा, लेकिन 12,500 रुपये की छूट बने रहने से इस सीमा तक की आय पर कर नहीं लगेगा।
पांच से साढ़े सात लाख रुपये तक की आय पर 10 प्रतिशत, साढ़े सात से 10 लाख रुपये तक की आय पर 15 प्रतिशत, 10-12.5 लाख रुपये तक की आय पर 20 प्रतिशत और 12.5 से 15 लाख रुपये तक की आय पर 25 प्रतिशत की दर से आयकर का प्रस्ताव है। पंद्रह लाख रुपये से ऊपर की आय पर 30 प्रतिशत की दर से आयकर लगेगा।
बता दें कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण आज संसद भवन में हल्दी जैसे पीले रंग की साड़ी में नजर आईं। वह चटख लाल रंग के बस्ते में बजट दस्तावेज लेकर लोकसभा पहुंचीं। उन्होंने आमजन के सामने सरकार के बजट का खाका रखा और बताया कि इस बजट का लक्ष्य लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना, कारोबार मजबूत करना और अल्पसंख्यकों, अनुसूचित जाति/जनजाति की सभी महिलाओं की आकांक्षाओं को पूरा करना है।