मुंबईः महाराष्ट्र में अगले महीने होने वाले बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) चुनाव के लिए शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (उबाठा) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के बीच गठबंधन को अंतिम रूप देने के लिए सोमवार को गहन बातचीत जारी है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (उबाठा) और राज ठाकरे की मनसे के नेताओं का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत समाप्त हो चुकी है लेकिन अब तक गठबंधन की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। शिवसेना (उबाठा) के नेता संजय राउत ने सोमवार को मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे से मुलाकात की।
मनसे नेता बाला नंदगांवकर भी उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री में उनसे मिलने गए। दोनों नेता अपने-अपने पार्टी प्रमुखों के विश्वसनीय सहयोगी हैं। सूत्रों के अनुसार, दोनों पक्ष दादर, सेवरी, विक्रोली और भांडुप जैसे उन क्षेत्रों में चुनाव लड़ने को लेकर किसी समझौते पर नहीं पहुंच पाए हैं, जहां दोनों दलों को समर्थन प्राप्त है।
बृहन्मुंबई महानगर पालिका चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया मंगलवार से शुरू होकर 30 दिसंबर तक जारी रहेगी। मुंबई समेत 29 महानगर पालिकाओं के लिए मतदान 15 जनवरी को होगा और मतगणना अगले दिन होगी। महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने सोमवार को कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (उबाठा) मतदाताओं द्वारा सबक सिखाए जाने के बावजूद स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजों को स्वीकार करने को तैयार नहीं है।
रविवार को घोषित परिणामों में, भाजपा, शिवसेना और राकांपा के महायुति गठबंधन ने 288 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के चुनावों में शानदार जीत हासिल की तथा स्थानीय निकायों के अध्यक्षों के 207 पदों पर कब्जा जमाया। विपक्षी महा विकास अघाडी को कुल मिलाकर केवल 44 सीट ही मिलीं।
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नगर निकाय अध्यक्षों के 117 पदों पर जीत दर्ज की, जबकि शिवसेना को 53 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को 37 पदों पर जीत मिली। कांग्रेस को 28, राकांपा (एसपी) को सात और शिवसेना (उबाठा) ने नौ पदों पर जीत दर्ज की।
शिरसाट ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘शिवसेना (उबाठा) अपनी हार स्वीकार करने को तैयार नहीं है। मतदाताओं ने उन्हें उनके पूर्व के कृत्यों का सबक सिखा दिया है। लोग और हम अब उस पार्टी को गंभीरता से नहीं लेते। उनके पास यहाँ से वापसी करने का कोई मौका नहीं है।’’ उद्धव ठाकरे पर कटाक्ष करते हुए, शिरसाट ने दावा किया कि शिवसेना (उबाठा) के ‘‘मुखिया’’ अब राज्यसभा सदस्य संजय राउत हैं।
शिवसेना उबाठा और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के बीच गठबंधन वार्ता पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘पहले वे राज ठाकरे के खिलाफ बोलते थे और अब राउत उनके घर जा रहे हैं। संजय राउत अब शिवसेना (उबाठा) के प्रमुख हैं।’’ हालांकि, शिरसाट ने कहा कि राज ठाकरे का राजनीति में एक कद है और वह राउत को गंभीरता से नहीं लेंगे।
छत्रपति संभाजीनगर में नगर निकाय चुनावों के लिए शिवसेना और भाजपा के बीच गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर, शिरसाट ने दावा किया कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली पार्टी शहर और जिले में ‘‘मजबूत स्थिति’’ होने के बावजूद सीटों का अधिक हिस्सा नहीं मांग रही है। शिरसाट ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि समान विचारधारा वाले दलों को एक साथ आकर गठबंधन बनाना चाहिए।
मैंने इसके लिए पहल की है और हमें आज ही अंतिम परिणाम मिलने की उम्मीद है।’’ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि स्थानीय निकाय चुनाव के नतीजों से साफ हो गया है कि महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सबसे बड़ी पार्टी है और राज्य की जनता ने विकास को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण पर पूरा भरोसा जताया है।
रविवार को घोषित परिणामों में भाजपा, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन ने 288 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के चुनाव में शानदार जीत हासिल करते हुए इन स्थानीय निकायों में अध्यक्ष के 207 पदों पर कब्जा किया। दूसरी ओर, विपक्षी गुट महाविकास आघाडी 44 सीट तक सीमित रह गया।
राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) के अनुसार, भाजपा ने नगर अध्यक्ष के 117 पदों पर जीत दर्ज की, जबकि गठबंधन सहयोगी शिवसेना को 53 और राकांपा को 37 सीट पर सफलता मिली। वहीं कांग्रेस के खाते में 28 सीट आईं, जबकि शिवसेना (उबाठा) ने नौ और राकांपा (शरद पवार) ने सात पदों पर जीत हासिल की।
मुख्यमंत्री ने रामगिरि में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए नगर परिषदों के नवनिर्वाचित सदस्यों और अध्यक्षों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने नागपुर जिले में विपक्ष के किले को ध्वस्त कर दिया है। फडणवीस ने कहा, ‘‘रविवार के नतीजों ने स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा महाराष्ट्र की सबसे बड़ी पार्टी है।
भाजपा के 3,000 से अधिक पार्षद निर्वाचित हुए हैं। राज्य की जनता ने विकास को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण पर विश्वास जताया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नागपुर जिले में भाजपा ने कई नगर परिषदों को कांग्रेस-मुक्त किया है। राज्य सरकार जिले में बड़े विकासात्मक बदलाव लाएगी।’’ फडणवीस ने साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं से इस बड़ी जीत के कारण अहंकार में न आने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि महायुति को मिले इस प्रचंड जनादेश से पार्टी के हर कार्यकर्ता को महाराष्ट्र की जनता के लिए और अधिक काम करने को लेकर प्रेरित होना चाहिए। इस दौरान, राज्य के राजस्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता चंद्रशेखर बावनकुले ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री फडणवीस की ‘डबल इंजन’ सरकार पर भरोसा जताने के लिए नागपुर जिले के लोगों का आभार जताया।