BPSC Students Protest: बीपीएससी निर्णय लेने को स्वतंत्र?, बीपीएससी परीक्षार्थियों को लेकर सीएम नीतीश से मिले उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी
By एस पी सिन्हा | Updated: December 31, 2024 16:06 IST2024-12-31T15:55:07+5:302024-12-31T16:06:51+5:30
BPSC Students Protest Live: प्रशांत किशोर, पप्पू यादव, तेजस्वी यादव जैसे राजनेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि विपक्ष के नेता एक दूसरे को गाली दे रहे हैं।

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पटनाः बीपीएससी की परीक्षा में गड़बड़ी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों की मांग को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत करने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी मंगलवार की सुबह मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। इस मुलाक़ात के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान सम्राट चौधरी ने कहा कि बीपीएससी एक स्वतंत्र संस्था है। सरकार ने उसको फ्री हैंड दिया है। वो निर्णय ले। छात्रों के संबंध में छात्रों के हित के लिए कोई भी निर्णय लेने के लिए वो स्वतंत्र है। वह तय करेगा कि छात्र हित में क्या होगा? उन्होंने लालू-राबड़ी राज को याद करते हुए कहा कि पिछली सरकारी व्यवस्था को चलाती थी, मगर हमने बीपीएससी को स्वतंत्र रखा है। वे फैसले के लिए स्वतंत्र हैं। वहीं, विपक्ष के द्वारा किए जा रहे लगातार हमलों पर भी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि मुख्य तौर से दूसरी सरकारें भी सरकार ही चलाती थीं।
वहीं भाजपा के पूर्व सांसद रामकृपाल यादव ने छात्रों के आंदोलन में राजनेताओं की एंट्री की आलोचना की। उन्होंने प्रशांत किशोर, पप्पू यादव, तेजस्वी यादव जैसे राजनेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि विपक्ष के नेता एक दूसरे को गाली दे रहे हैं। इन लोगों को जनता ने रिजेक्ट कर दिया है। इनके पास कोई मुद्दा नहीं है तो छात्रों से जुड़कर अपनी राजनीति करने में जुटे हुए हैं।
प्रशांत किशोर जमीनी नेता नहीं है। मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि 70 वीं बीपीएससी के मुद्दे पर छात्रों को धैर्यपूर्वक सरकार के जवाब का इंतज़ार करना चाहिए। सरकार के सबसे प्रमुख व्यक्ति से छात्रों की मुलाकात हुई है। सरकार क्या फैसला लेती है? उसका इंतजार छात्रों को करना चाहिए।
बता दें कि इससे पहले चिराग पासवान ने एक्स पर कहा था कि छात्रों के मुद्दे पर उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत की है, जिस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव से वार्ता की है। उल्लेखनीय है कि 13 दिसम्बर को पूरे बिहार में 70 वीं बीपीएससी परीक्षा हुई थी। लेकिन पटना के एक परीक्षा केंद्र पर प्रश्नपत्रों के वितरण में अनियमितता की शिकायतें आई।
इसे लेकर छात्रों ने प्रदर्शन किया तो बीपीएससी ने पटना केंद्र की परीक्षा रद्द करने की घोषणा। हालांकि छात्रों की मांग है कि पूरी परीक्षा रद्द की जाए। छात्रों का कहना है कि एक केंद्र की परीक्षा रद्द की जाती है तो बाद में मेरिट लिस्ट तैयार करने में नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया अपनाई जाएगी जिसका वे शुरू से विरोध कर रहे हैं।