सुब्रमण्यम स्वामी ने अश्विन चौबे के बेटे की गिरफ्तारी को बताया गंभीर मसला, पूछा- क्या कर रहे हैं नीतीश कुमार?
By पल्लवी कुमारी | Updated: March 26, 2018 15:10 IST2018-03-26T11:29:29+5:302018-03-26T15:10:46+5:30
अरिजीत शाश्वत इस मामले कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका के लिए जाएंगे। वहीं, इस मामले में अश्विनी चौबे ने अपने बेटे का बचाव किया है।

सुब्रमण्यम स्वामी ने अश्विन चौबे के बेटे की गिरफ्तारी को बताया गंभीर मसला, पूछा- क्या कर रहे हैं नीतीश कुमार?
नई दिल्ली, 26 मार्च; बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अरिजीत शाश्वत के मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सलाह दी है। सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा कि नीतीश कुमार आखिर क्यों इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। बिहार के भागलपुर में एक रैली के दौरान दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प के मामले में अश्विनी चौबे के बेटे अरिजीत शाश्वत के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने एएनआई न्यूज एजेंसी से कहा, नीतीश कुमार को इस मामले को गंभीरता से लेनी चाहिए। उन्हे बिहार पुलिस से यह तलब करनी चाहिए कि आखिर इस मामले में पुलिस क्या कर रही है। जब अरिजीत के खिलाफ वारंट जारी है तो पुलिस उसे जाकर गिरफ्तार क्यों नहीं कर रही है।
Nitish (Kumar) should be asked why is this happening. What is the police doing? Police has the warrant, they should go ahead and catch him: Subramanian Swamy on Union Minister Ashwini Choubey's son Arijit Shashwat pic.twitter.com/u4RlL9WbDQ
— ANI (@ANI) March 26, 2018
अरिजीत शाश्वत इस मामले आज 26 मार्च को कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका के लिए जाएंगे। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान यह साफ कर दिया है कि वह पुलिस के सामने सरेंडर नहीं करेंगे। उन्होंने कहा है कि जब उन्होंने कुछ किया ही नहीं है तो वह सेरेंडर क्यों करेंगे।
Ashwini Choubey's son to move anticipatory bail plea
— ANI Digital (@ani_digital) March 26, 2018
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इस मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने अपने बेटे का बचाव किया है। उन्होंने कहा है कि मेरा बेटा गलत नहीं है। उसने कोई गलत काम नहीं किया है। पुलिस ने बिना वजह यह एफआईआर दर्ज करवाया है।
अरिजीत के खिलाफ जिस मामले में वारंट जारी हुआ है वह 17 मार्च को भागलपुर के नाथनगर इलाके में हुआ था। अरिजीत को आरोपी बनाते हुए उन पर एफआईआर दर्ज की गई थी। एफआईआर में कहा गया था कि अरिजीत के नेतृत्व में भारतीय नववर्ष जागरण समिति की ओर से विक्रम संवत के पहले दिन नववर्ष को मनाने के लिए जुलूस निकाला गया था। जिसमें दंगा भड़काने की कोशिश की गई थी।