वायनाड सीट से राहुल गांधी को चुनौती देगा एनडीए का ये प्रत्याशी, अमित शाह ने की घोषणा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: April 1, 2019 15:46 IST2019-04-01T15:46:21+5:302019-04-01T15:46:21+5:30
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राहुल गांधी के खिलाफ वायनाड सीट से भारत धर्म जन सेना के अध्यक्ष तुषार वेलापल्ली को चुनाव मैदान में उतारा है।

वायनाड सीट से राहुल गांधी को चुनौती देगा एनडीए का ये प्रत्याशी, अमित शाह ने की घोषणा
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने घोषणा की है कि केरल की वायनाड सीट से एनडीए प्रत्याशी के तौर पर भारत धर्म जन सेना के अध्यक्ष तुषार वेलापल्ली चुनाव लड़ेंगे। रविवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने वायनाड सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। यानी राहुल गांधी अमेठी के अलावा वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ेंगे। अमित शाह ने उम्मीदवार की घोषणा करते हुए लिखा, 'वे किसा और सामाजिक न्याय की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करेंगे। उनकी मदद से बीजेपी केरल में एक राजनीतिक विकल्प के रूप में उभरेगी।'
इससे पहले कांग्रेस नेता एके एंटनी ने कहा था कि प्रदेश इकाई के अनुरोध के बाद राहुल ने वायनाड से लड़ने पर सहमति जताई है। इस फैसले को कांग्रेस की तरफ से दक्षिण भारत, खासकर केरल में अपने जनाधार को मजबूत करने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है जहां लोकसभा की 20 सीटें हैं।
तुषार वेल्लापल्ली बीडीजेएस के प्रदेश अध्यक्ष और केरल में एनडीए के संयोजक हैं। वह श्री नारायण धर्म परिपालन योगम (एसएनडीपी) के उपाध्यक्ष भी हैं। यह इजावा समुदाय का शक्तिशाली संगठन है। तुषार को पहले त्रिशूर से भी टिकट दिया गया था और तुषार वहां चुनाव प्रचार भी शुरू कर चुके हैं।
I proudly announce Shri Thushar Vellappally, President of Bharat Dharma Jana Sena as NDA candidate from Wayanad.
— Chowkidar Amit Shah (@AmitShah) April 1, 2019
A vibrant and dynamic youth leader, he represents our commitment towards development and social justice. With him, NDA will emerge as Kerala's political alternative.
राहुल की उम्मीदवारी से वाम दलों में आक्रोश
अमेठी के अलावा केरल की वायनाड सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने पर वामपंथी और दक्षिणपंथी सियासी दलों की ओर से रविवार को तीखी प्रतिक्रिया सामने आयी। माकपा और भाकपा दोनों ने कहा कि वायनाड संसदीय क्षेत्र से राहुल गांधी को मैदान में उतारने के कांग्रेस के फैसले से संकेत मिलता है कि पार्टी केरल में वामपंथी पार्टी से मुकाबला करना चाहती है। पार्टी ने जोर देकर कहा कि वे उनकी हार सुनिश्चित करेंगे।
