Bjp President: मंत्रिमंडल में शामिल जेपी नड्डा, भाजपा का अगला अध्यक्ष कौन होगा?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 10, 2024 17:27 IST2024-06-10T16:13:54+5:302024-06-10T17:27:16+5:30
Bjp President: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नयी मंत्रिपरिषद में शामिल नहीं किए गए कुछ पूर्व मंत्रियों को भी पार्टी में अहम भूमिका दिए जाने की उम्मीद है।

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Bjp President: मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह के बाद अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का अगला अध्यक्ष कौन होगा क्योंकि पार्टी के मौजूदा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। नड्डा के अलावा भूपेंद्र यादव, शिवराज सिंह चौहान और धर्मेंद्र प्रधान समेत कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है, जिससे संभावना है कि कोई नया चेहरा भाजपा का नेतृत्व कर सकता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नयी मंत्रिपरिषद में शामिल नहीं किए गए कुछ पूर्व मंत्रियों को भी पार्टी में अहम भूमिका दिए जाने की उम्मीद है। जनवरी 2020 में नड्डा ने अमित शाह की जगह पार्टी अध्यक्ष का पद संभाला था। भाजपा अध्यक्ष के रूप में नड्डा का विस्तारित कार्यकाल इसी महीने समाप्त होना है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्रिमंडल में 37 साल की रक्षा निखिल खडसे सबसे युवा जबकि 79 वर्षीय जीतन राम मांझी सबसे बुजुर्ग मंत्री बने हैं। महाराष्ट्र से सांसद खडसे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नयी मंत्रिपरिषद में राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। उन्होंने महाराष्ट्र की रावेर लोकसभा सीट से जीत हासिल की है। मांझी (79) ने मोदी सरकार के तीसरे कार्याकाल में केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
मांझी बिहार के 23वें मुख्यमंत्री रह चुके हैं और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के संस्थापक अध्यक्ष हैं। इससे पहले, वह नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने 2024 के आम चुनावों में गया सीट से जीत हासिल की है। अन्य युवा मंत्रियों में चिराग पासवान और जयंत चौधरी शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी और 71 मंत्रियों ने रविवार को शपथ ली।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी निवर्तमान मंत्रिपरिषद के 19 कैबिनेट मंत्रियों समेत 34 मंत्रियों को बरकरार रखा है। रविवार को शपथ लेने वाले निवर्तमान कैबिनेट मंत्रियों में राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण और एस जयशंकर शामिल है, जो प्रधानमंत्री के तीसरे कार्यकाल में निरंतरता और अनुभव पर जोर को दर्शाता है।
अन्नपूर्णा देवी एकमात्र ऐसी मंत्री हैं जिन्हें राज्य मंत्री से कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है, जबकि एल. मुरुगन पिछले मंत्रिपरिषद के एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें लोकसभा चुनाव हारने के बावजूद दोबारा मंत्री बनाया गया है। वह पहले से ही राज्यसभा के सदस्य हैं।
कुछ मंत्रियों को एक अंतराल के बाद वापस लाया गया है, जिनमें भाजपा प्रमुख जे पी नड्डा भी शामिल हैं, जो मोदी के पहले कार्यकाल में मंत्री थे। जुएल ओराम और अजय टम्टा भी पहले मंत्री थे और कुछ अंतराल के बाद उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
तेदेपा सांसद पेम्मासानी 18वीं लोकसभा में शपथ लेने वाले सबसे अमीर मंत्री
तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के सांसद डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी 5700 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ 18वीं लोकसभा में मंत्रिपरिषद में शामिल होने वाले सबसे अमीर मंत्री हैं। रविवार को राज्य मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले पेम्मासानी लोकसभा चुनाव लड़ने वाले सबसे अमीर उम्मीदवार भी थे। उन्होंने सभी 8390 उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा 5705 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की।
कैबिनेट रैंक वाले मंत्रियों में ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास 484 करोड़ रुपये की संपत्ति है। जीतने वाले लोकसभा सांसदों में संपत्ति के लिहाज से वह छठे स्थान पर हैं। लोकसभा चुनाव में शीर्ष 10 सबसे अमीर विजेताओं में मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले केवल दो लोग पेम्मासानी और सिंधिया हैं।