मोदी सरकार को रोजगार के मुद्दे पर वरुण गांधी ने किया आगाह, कहा- नहीं हुए गंभीर तो अंधकार में चला जाएगा युवाओं और राष्ट्र का भविष्य
By मनाली रस्तोगी | Published: August 9, 2022 12:25 PM2022-08-09T12:25:14+5:302022-08-09T12:26:45+5:30
अपनी ही सरकार के खिलाफ उत्तर प्रदेश में पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी अक्सर ही आवाज उठाते हुए नजर आते हैं। उन्हें काफी बार महंगाई, बेरोजगारी और युवाओं से जुड़े मुद्दों को लेकर ट्वीट करते हुए देखा गया है।
नई दिल्ली: बीते लंबे समय से उत्तर प्रदेश में पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी सांसद वरुण गांधी जनता के सवालों को उठाने और अपनी ही सरकार पर निशाना साधते हुए नजर आ रहे हैं। इसी क्रम में मंगलवार को उन्होंने मोदी सरकार को रोजगार के मुद्दे पर एक बार फिर आगाह किया है। भाजपा सांसद का कहना है कि अगर अब भी रोजगार सृजन को लेकर गंभीर नहीं हुए तो युवाओं के साथ राष्ट्र का भविष्य भी अंधकार में चला जाएगा।
वरुण गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, "देश भर में प्रतियोगी छात्र लगातार संघर्षरत हैं! लटकी हुई भर्तियां और अटका हुआ भविष्य, युवा जीवन का सबसे महत्वपूर्ण समय कभी आंदोलन तो कभी कोर्ट के चक्कर काट गंवा रहा है। अब भी हम रोजगार सृजन को लेकर गंभीर नहीं हुए तो युवाओं के साथ-साथ राष्ट्र का भविष्य भी अंधकार में चला जाएगा।" ट्वीट करते हुए उन्होंने अपने एक लेख की तस्वीर भी साझा की है।
देश भर में प्रतियोगी छात्र लगातार संघर्षरत है!
— Varun Gandhi (@varungandhi80) August 9, 2022
लटकी हुई भर्तियाँ और अटका हुआ भविष्य, युवा जीवन का सबसे महत्वपूर्ण समय कभी आंदोलन तो कभी कोर्ट के चक्कर काट गंवा रहा है।
अब भी हम रोजगार सृजन को लेकर गम्भीर नहीं हुए तो युवाओं के साथ साथ राष्ट्र का भविष्य भी अंधकार में चला जाएगा। pic.twitter.com/LReM896KSa
मालूम हो, भाजपा सांसद वरुण गांधी अपनी ही सरकार के खिलाफ लगातार मुखर रहते हैं। उन्हें आए दिन महंगाई, बेरोजगारी और युवाओं से जुड़े मामलों को लेकर ट्वीट करते हुए देखा जाता है। हाल ही में उन्होंने 'मुफ्त की रेवड़ी' को लेकर अपनी सरकार पर सवाल उठाते हुए पूछा था कि आखिर सरकारी खजाने पर पहला हक किसका है?
जो सदन गरीब को 5 किलो राशन दिए जाने पर ‘धन्यवाद’ की आकांक्षा रखता है।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) August 6, 2022
वही सदन बताता है कि 5 वर्षों में भ्रष्ट धनपशुओं का 10 लाख करोड़ तक का लोन माफ हुआ है।
‘मुफ्त की रेवड़ी’ लेने वालों में मेहुल चोकसी और ऋषि अग्रवाल का नाम शीर्ष पर है।
सरकारी खजाने पर आखिर पहला हक किसका है? pic.twitter.com/Hw01qMH9FV
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था, "जो सदन गरीब को 5 किलो राशन दिए जाने पर 'धन्यवाद' की आकांक्षा रखता है। वही सदन बताता है कि 5 वर्षों में भ्रष्ट धनपशुओं का 10 लाख करोड़ तक का लोन माफ हुआ है। 'मुफ्त की रेवड़ी' लेने वालों में मेहुल चोकसी और ऋषि अग्रवाल का नाम शीर्ष पर है। सरकारी खजाने पर आखिर पहला हक किसका है?"