यरूशलम पर अमेरिका-इजराइल के खिलाफ जाकर भारत ने की बड़ी गलती- सुब्रमण्यम स्वामी
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: December 22, 2017 06:26 PM2017-12-22T18:26:22+5:302017-12-22T18:53:51+5:30
पश्चिमी यरूशलम को इजराइल की राजधानी के रूप में मान्यता देने के अमेरिका के फैसले पर भारत ने नहीं दिया उसका साथ।
बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने संयुक्त राष्ट्र आम सभा (यूएनजीए) में यरूशलम को इजराइल की राजधानी की रूप में मान्यता देने का विरोध करने को राष्ट्रहित के खिलाफ उठाया कदम बताया है। गुरुवार (21 दिसंबर) को हुए मतदान में भारत समेत 128 देशों ने अमेरिका और इजराइल के इस फैसले के खिलाफ वोट किया था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यरूशलम को इजराइल की राजधानी के रूप में मंजूरी दी थी।
सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट किया, "अमेरिका द्वारा पश्चिमी यरूशलम को अपने दूतावास के लिए चुनने के फैसले भारत ने अमेरिका और इजराइल के पक्ष में वोट न देकर बड़ी गलती की है। अभी संयुक्त राष्ट्र यहूदियों के पवित्र शहर को विभाजित मानता है। पश्चिम यरूशलम इजराइल का है। इसलिए वहां दूतावास हो सकता है।"
एक अन्य ट्वीट में सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि फिलीस्तीन ने कभी भी कश्मीर मुद्दे पर भारत का समर्थन नहीं किया है। स्वामी ने ट्वीट किया, "यूएनजीए में फिलीस्तीन-समर्थक हितों के पक्ष में वोट देना भारत के राष्ट्रीय हितों के खिलाफ है। फिलीस्तीन ने कभी भी कश्मीर और इस्लामिक आतंवाद पर भारत का समर्थन नहीं किया है।"
It is against India's national interest to vote for the pro-Palestine Resolution in the UNGA. Palestine has never supported India on Kashmir question and Islamic terror attacks. Israel has stood with India always.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) December 21, 2017
India has made a huge mistake by not voting with US and Israel on US decision to choose West Jerusalem as location for its Embassy. At present UN holds holy city of Jews as partitioned. West Jerusalem is Israel's. Hence Embassy can be there
— Subramanian Swamy (@Swamy39) December 22, 2017