भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा, 'नवरात्र के अवसर पर पूरे देश में बैन हो मांस की दुकानें'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 5, 2022 10:07 PM2022-04-05T22:07:53+5:302022-04-05T22:39:32+5:30
दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि मैं दिल्ली की साउथ एमसीडी द्वारा नवरात्र के मौके पर मांस बिक्री पर लागू किये गये प्रतिबंध का स्वागत करता हूं। इसके साथ ही मेरी यह इच्छा भी है कि मांस बिक्री पर लगे इस प्रतिबंध को दिल्ली-एनसीआर सहित पूरे देश में लागू किया जाए।
दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने दो मेयरों द्वारा नवरात्र के अवसर पर मांस की ब्रिक्री पर प्रतिबंध लगाये जाने के आदेश का समर्थन किया है।
इतना ही नहीं सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि इस तरह का प्रतिबंध तो पूरे देश में लगाया जाना चाहिए। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, "मैं मुसलमानों से अनुरोध करता हूं कि वे इस प्रतिबंध के विषय में उठ रहे किसी भी तरह के विवाद में न पड़ें।"
प्रवेश वर्मा ने कहा, "मैं दिल्ली की साउथ एमसीडी द्वारा नवरात्र के मौके पर मांस बिक्री पर लागू किये गये प्रतिबंध का स्वागत करता हूं। मैं चाहता हूं कि दिल्ली की अन्य तीनों नगर निगम भी इस प्रतिबंध के अपने-अपने क्षेत्रों में लागू करें। इसके साथ ही मेरी यह इच्छा भी है कि मांस बिक्री पर लगे इस प्रतिबंध को दिल्ली-एनसीआर सहित पूरे देश में लागू किया जाए।"
उन्होंने दिल्ली की जनता से मांस बिक्री पर लगे प्रतिबंध के पालन करने का अनुरोध करते हुए कहा, "हमारी संस्कृति कहती है कि हमें हर धर्म का सम्मान करना है। मोदी सरकार की योजनाएं हर धर्म के लिए हैं।"
मालूम हो कि दिल्ली की दक्षिण और पूर्वी नगर निगम के मेयरों ने बीते सोमवार से नौ दिनों के लिए मांस की बिक्री पर रोक लगा दी है। दोनों नगर निगमों ने यह फैसला नौ दिवसीय नवरात्र उत्सव को देखते हुए लिया है।
दक्षिण दिल्ली के मेयर मुकेश सूर्यन ने दक्षिण दिल्ली के नगर आयुक्त ज्ञानेश भारती को पत्र लिखकर कहा कि मांस की दुकानें खोलने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि इस अवधि में 'ज्यादातर लोग' मांसाहारी भोजन का सेवन नहीं करते हैं।
उन्होंने पत्र में कहा कि इससे धार्मिक विश्वास और भक्तों की भावनाएं प्रभावित होती हैं। जब वे दैनिक प्रार्थना करने के लिए निकलते हैं तो उन्हें मांस की दुकानों से आने वाली दुर्गंध का सामना करना पड़ता है। जानकारी के मुताबिक पूर्वी दिल्ली नगर निगम के मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल ने भी ऐसी ही सलाह जारी की।
इस फैसले के बाद दक्षिण दिल्ली के मेयर ने समाचार चैनल एनडीटीवी से कहा कि वे अपने क्षेत्रों में आने वाली सभी मांस की दुकानों को सख्ती से बंद करेंगे। उन्होंने कहा कि जब मांस नहीं बेचा जाता है, तो लोग इसे नहीं खाएंगे।"
सूर्यन ने दक्षिण दिल्ली नगर निगम के मांस बिक्री फैसले को सही बताते हुए इसकी तुलना इस्लामी देशों में रमजान के दौरान सार्वजनिक रूप से पीने के पानी पर प्रतिबंध लगाने के कदम से की।
वहीं उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में नवरात्र के समय सामान्य ठीक इसी तरह का फैसले लेते हुए मांस की दुकानों को बंद करने का फैसला लिया गया था लेकिन शनिवार को गाजियाबाद की मेयर आशा शर्मा ने 2 से 10 अप्रैल तक मीट की बिक्री पर रोक के आदेश को वापस ले लिया।
मालूम हो कि कर्नाटक में हलाल मीट की दुकानों को लेकर दक्षिणपंथी संगठन आपत्ति जता रहे हैं। इस दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हलाल मांस की बिक्री करने वाले एक मुस्लिम दुकानदार पर हमला भी किया। इस मुद्दे को लेकर पुलिस में मामला भी दर्ज किया गया है और इस घटनाक्रम हो कर्नाटक में उठे बुरका से जोड़कर देखा जा रहा है।