लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के डुमरियागंज से विधायक राघवेंद्र सिंह ने एक चुनावी सभा में भाषण देते हुए मुसलमानों के खिलाफ आपत्तिजनक बाते कीं और साथ ही भाजपा को वोट न देने वाले हिंदूओं के जयचंद का खिताब दे दिया।
भाजपा विधायक राघवेंद्र सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वो कह रहे हैं कि अगर जिस हिंदू ने भाजपा को वोट नहीं दिया तो इसके रगों में मुसलमान का खून बह रहा है।
सोमवार 21 फरवरी को 'हिंदुत्व वॉच' के ट्वीटर हैंडल से शेयर किये गये इस वीडियो में राघवेंद्र सिंह बीजेपी को वोट न देने पर धमकी भी देते हुए दिखाई दे रहे हैं।
राघवेंद्र सिंह ने स्वीकार किया कि पांच दिन डोमरियागंज में यह भाषण दिया था लेकिन इसके साथ वो यह भी कह रहे हैं कि उन्होंने यह बात किसी अन्य संदर्भ में कही थी। किसी को धमकी देने के इरादे से उन्होंने यह बात नहीं कही थी।
वीडियो में स्पष्ट सुनाई दे रहा है कि राघवेंद्र सिंह भीड़ को संबोधित करते हुए कह रहे हैं, “अगर एह गांव में कोई हिंदू दूसरों के वोट दे और मुझे न दे तो जान लेना कि उसकी नसों में मियां का खून बह रहा है। वह देशद्रोही है। वह जयचंद की नाजायज औलाद है, वह अपने बाप की ...(आपत्तिजनक शब्द) औलाद है।"
हिंदू युवा वाहिनी के प्रभारी राघवेंद्र सिंह ने इसके साथ ही चेतावनी देते हुए कहा, "समझ में नहीं आएगा तो इस बार मैं बता दूंगा की राघवेंद्र सिंह कौन है क्योंकि मेरे साथ गद्दारी करोगे तो चलेगा, मैं अपमान सह लूंगा। मुझे अपमनित करोगे तो भी मैं अपमान सह लूंगा। हमारे हिंदू समाज को अपमानित करने का प्रयास करोगे तो बर्बाद करके रख दूंगा।"
वीडियो में राघवेंद्र सिंह कह रहे हैं, "इतने अत्याचारों के बाद भी अगर कोई हिंदू दूसरी तरफ चला जाता है, तो उसे सबके सामने अपना चेहरा दिखाने की आज्ञा नहीं देनी चाहिए।"
राघवेंद्र सिंह के इस भाषण को सुन रही जनता कथित तौर पर 'जय श्री राम' के नारे लगा रही है। भाषण के दौरान आगे वो कहते हैं, "मैंने ज्यादा नहीं कहा। मैंने सोचता था कि मैं पांच साल तक मंत्री रहूंगा और फिर देखता हूं। लेकिन एक बार चेतावनी देने के बाद भी अगर आप नहीं समझे तो मैं आपको दिखाऊंगा कि राघवेंद्र सिंह कौन है।"
राघवेंद्र सिंह ने इस विवादित भाषण के संबंध में समाचार पत्र 'द इंडियन एक्सप्रेस' से बात करते हुए अपनी सफाई पेश की। राघवेंद्र सिंह ने कहा कि पांच दिन पहले उन्होंने ऐसा कहा जरूर था लेकिन यह बात वो किसी दूसरे संदर्भ में कह रहे हैं। इसके साथ ही अपनी सफाई उन्होंने यह भी कहा कि उनका विचार किसी को धमकी देने का नहीं था।
उन्होंने कहा,"तुलना करिये क्या कोई डुमरियागंज में धमकी देकर चुनाव जीत सकता है, जहां लगभग 3908 फीसदी के साथ 1.73 लाख मुस्लिम मतदाता मौजूद हैं।"