भाजपा विधायक ने की 'ताजमहल' और 'कुतुबमीनार' को तोड़ने की मांग, बोले- "शाहजहां-मुमताज़ के मोहब्बत की कहानी झूठी है"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 7, 2023 09:54 AM2023-04-07T09:54:08+5:302023-04-07T10:05:15+5:30
असम के भाजपा विधायक रूपज्योति कुर्मी इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते हैं कि ताजमहल मोहब्बत की निशानी है। उनका कहना है कि शाहजहां की मुमताज के लिए मोहब्बत की बात झूठी थी। इस कारण वो ताजमहल और साथ में कुतुबमीनार को गिराये जाने और उनकी जगहों पर मंदिर बनाये जाने की मांग कर रहे हैं।
गुवाहाटी: असम के मरियानी विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक रूपज्योति कुर्मी ने मांग की है कि ताजमहल और कुतुबमीनार को जमींदोज करके उसकी जगह भव्य मंदिर का निर्माण कराया जाए। भाजपा विधायक रूपज्योति कुर्मी इस बात से कतई इत्तेफाक नहीं रखते हैं कि ताजमहल मोहब्बत की निशानी है। उनका कहना है कि शाहजहां की मुमताज के लिए मोहब्बत की बात झूठी थी और इसे सिद्ध करने के लिए वो अपने तर्क भी पेश कर रहे हैं।
विधायक कुर्मी शाहजहां के मोहब्बत को झूठा बताते हुए समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए तर्क पेश कर रहे हैं, "ताजमहज प्रेम का प्रतीक नहीं है। शाहजहां ने अपनी चौथी पत्नी मुमताज की याद में ताजमहल बनवाया तो फिर शाहजहां ने मुमताज की मौत के बाद तीन और शादियां क्यों की।"
#WATCH | Taj Mahal is not the symbol of Love. Shah Jahan built Tajmahal in memory of his 4th wife Mumtaz. If he loved Mumtaz, then why he married three times more after the death of Mumtaz: Rupjyoti Kurmi, BJP (05.04) pic.twitter.com/raMN4obqdj
— ANI (@ANI) April 6, 2023
यही नहीं बीते मंगलवार को भी विधायक रूपज्योति कुर्मी ने टाइम्स8न्यूज से बात करते हुए यह बयान दिया कि यदि उनके दावे के मुताबिक ताजमहल और कुतुबमीनार को गिराकर मंदिर बनवाया जाता है तो वह मंदिर परियोजना के लिए बतौर विधायक मिलने वाली अपने एक साल का वेतन दान में देने के लिए तैयार हैं।
समाचार वेबसाइट डेक्कन हेराल्ड के अनुसार विधायक कुर्मी इस तथ्य की भी जांच कराये जाने की मांग कर रहे हैं कि क्या वाकई में मुगल बादशाह शाहजहां, अपनी पत्नी मुमताज से मोहब्बत करता था। उन्होंने कहा कि हमें इतिहास की एक बार और खोज करनी चाहिए क्योंकि शाहजहां के आचरण के अध्ययन ऐसा प्रतीत नहीं होता है कि वो सच में मुमताज से मोहब्बत करता था।
भाजपा विधायक कुर्मी ने हाल ही में नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) की किताबों से मुगल साम्राज्य के अध्यायों को बाहर करने वाली घटना पर कहते हैं, "एनसीआरटी ने बिल्कुल सही किया है। हम बच्चों को यह नहीं सिखाना चाहते कि मुगल शासक जहांगीर ने 20 बार शादी की, जबकि शाहजहां चार शादियों के बावजूद 'प्रतीक' बन जाता है।"
उन्होंने कहा, "हमे आने वाली पीढ़ियों को ऐसी जानकारी नहीं देनी चाहिए। अब जबकि एनसीईआरटी ने मुगलों से संबंधित ऐसी भ्रामक सामग्री हटाने का फैसला किया है तो हम इसका समर्थन करते हैं।"
मालूम हो कि एनसीईआरटी ने हाल ही में 12वीं कक्षा के इतिहास पाठ्यक्रम से मुगलों से संबंधित अध्यायों को हटा दिया है। एनसीईआरटी द्वारा किये गया यह संशोधन देश भर में एनसीईआरटी के माध्यम से शिक्षा देने वाले सभी स्कूलों पर लागू होगा। एनसीईआरटी ने कक्षा 12वीं के पाठ्यक्रम से 'राजाओं और इतिहास' से संबंधित अध्याय, मुगल दरबार (16वीं और 17वीं सदी)' को 'थीम्स ऑफ इंडियन हिस्ट्री-पार्ट 2 से हटा दिया है।
इसके साथ ही एनसीईआरटी ने कक्षा 12वीं के राजनीति विज्ञान के पाठ्यक्रम से महात्मा गांधी, हिंदू-मुस्लिम एकता और आरएसएस प्रतिबंध से संबंधित कुछ भागों को पाठ्यपुस्तक से बाहर कर दिया है।