'फिल्म पर 2-3 सौ रुपए बिगाड़ने से अच्छा है किसी भूखे को भोजन कराया जाए', अभिनेत्री रत्ना पाठक पर भाजपा नेता का पलटवार
By अनिल शर्मा | Updated: December 23, 2022 15:27 IST2022-12-23T15:04:13+5:302022-12-23T15:27:42+5:30
भाजपा नेता ने कहा कि श्रीमती रत्ना नसीरुद्दीनजी मैं तो शुरू से यहीं कह रहा हूं। जिस एक्टर को देश में असहिष्णुता लगती हो और जो एक्ट्रेस देश के टुकड़े चाहने वालों के साथ खड़ी हो उनकी फिल्म पर 2-3 सौ रू बिगाड़ने से अच्छा है किसी भूखे को भोजन कराया जाए। भाजपा नेता ने कहा कि इससे पॉजिटिविटी भी बढ़ेगी। सही है ना शाहरुख जी ?

'फिल्म पर 2-3 सौ रुपए बिगाड़ने से अच्छा है किसी भूखे को भोजन कराया जाए', अभिनेत्री रत्ना पाठक पर भाजपा नेता का पलटवार
मुंबईः शाहरुख खान की फिल्म पठान को लेकर उठे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए अभिनेत्री रत्ना पाठक शाह ने पिछले दिनों कहा था कि लोगों के पास अपनी थाली में खाना नहीं है, लेकिन लोग इस बात पर गुस्सा कर रहे हैं कि किसी ने क्या पहना है। अभिनेत्री के इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर कई लोगों ने आपत्ति जाहिर की थी।
इस बीच भाजपा नेता रमेश मेंदोला ने कहा कि टिकट पर सौ-दो सौ रुपए बर्बाद करने से अच्छा है कि किसी भूखे को खाना खिला दिया जाए। रत्ना पाठक शाह अभिनेता नसीरुद्दीन शाह की पत्नी हैं। भाजपा नेता ने कहा कि श्रीमती रत्ना नसीरुद्दीनजी मैं तो शुरू से यहीं कह रहा हूं। जिस एक्टर को देश में असहिष्णुता लगती हो और जो एक्ट्रेस देश के टुकड़े चाहने वालों के साथ खड़ी हो उनकी फिल्म पर 2-3 सौ रू बिगाड़ने से अच्छा है किसी भूखे को भोजन कराया जाए। भाजपा नेता ने कहा कि इससे पॉजिटिविटी भी बढ़ेगी। सही है ना शाहरुख जी ?
श्रीमती रत्ना नसीरुद्दीनजी मैं तो शुरू से यहीं कह रहा हूं।जिस एक्टर को देश में असहिष्णुता लगती हो और जो एक्ट्रेस देश के टुकड़े चाहने वालों के साथ खड़ी हो उनकी फिल्म पर 2-3 सौ रू बिगाड़ने से अच्छा है किसी भूखे को भोजन कराया जाए।इससे पॉजिटिविटी भी बढ़ेगी। सही है ना @iamsrk जी ? pic.twitter.com/0RouvxFnK9
— रमेश मेंदोला (@Ramesh_Mendola) December 23, 2022
हाल ही में शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण स्टारर पठान के गीत "बेशरम रंग" को लेकर विवाद हो गया और भाजपा के मंत्रियों और दक्षिणपंथी संगठनों ने दावा किया कि भगवा हिंदुओं के लिए एक पवित्र रंग है जिसका गाने में अपमान किया गया है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए रत्ना शाह पाठक ने कहा कि लोगों के पास अपनी थाली में खाना नहीं है, लेकिन लोग इस बात पर गुस्सा कर रहे हैं कि किसी ने क्या पहना है।
रत्ना ने कहा था, 'अगर ये चीजें आपके दिमाग में सबसे ऊपर हैं तो मैं कहूंगी कि हम बहुत मूर्खतापूर्ण समय में जी रहे हैं। यह ऐसा मुद्दा नहीं है जिसके बारे में मैं बहुत ज्यादा बात करना चाहूंगी या इसे ज्यादा महत्व दूंगी।' अभिनेत्री ने इसमें आगे कहा कि लेकिन मैं उम्मीद कर रही हूं कि भारत में इस समय जितने समझदार लोग दिखाई दे रहे हैं, उससे कहीं अधिक समझदार लोग हैं। वे निकल आएंगे, क्योंकि जो हो रहा है, यह भय की भावना, बहिष्कार की भावना टिकाऊ नहीं है।