West Bengal: सीएम ममता बनर्जी ने भाजपा को बताया 'दंगाबाज' और 'भ्रष्ट' पार्टी, कहा- लोकतंत्र को मिटाना चाहती है बीजेपी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 8, 2022 14:53 IST2022-03-08T14:42:57+5:302022-03-08T14:53:01+5:30
पश्चिम बंगाल की विधानसभा में हुए हंगामे को लेकर सीएम ममता ने कहा, भारतीय जनता पार्टी दंगाबाज और भ्रष्ट पार्टी है। यह लोकतंत्र को समाप्त कर सकती है।

West Bengal: सीएम ममता बनर्जी ने भाजपा को बताया 'दंगाबाज' और 'भ्रष्ट' पार्टी, कहा- लोकतंत्र को मिटाना चाहती है बीजेपी
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी पर हमला किया। पश्चिम बंगाल की विधानसभा में हुए हंगामे को लेकर सीएम ममता ने कहा, भारतीय जनता पार्टी दंगाबाज और भ्रष्ट पार्टी है। यह लोकतंत्र को समाप्त कर सकती है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की महिला विधायकों को आभार प्रकट करते हुए कहा, कल विधानसभा लोकतंत्र को बचाने के लिए मैं टीएमसी की महिला विधायकों का धन्यवाद करती हूं।
टीएमसी प्रमुख और सीएम ममता बनर्जी ने राज्य समिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हमें सक्रिय रहना होगा। हमें भाजपा को हटाने के लिए 2024 के आम चुनावों का आह्वान करना होगा। ममता की विस्तारित राज्य समिति की बैठक में प्रशांत किशोर भी मौजूद थे।
West Bengal | BJP is the 'dangabaaz' (rioter) & corrupted party...they want to destroy democracy...thanks to women MLAs of TMC for saving democracy in Vidhan Sabha yesterday: CM Mamata Banerjee on Assembly ruckus pic.twitter.com/oJSYRxfKbX
— ANI (@ANI) March 8, 2022
मंगलवार को ही भारतीय जनता पार्टी से निलंबित नेता जयप्रकाश मजूमदार ने मंगलवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया। वह पिछले कुछ महीनों से बीजेपी की आलोचना कर रहे थे। मजूमदार को टीएमसी का प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
मालूम हो कि बीते दिन पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष ने भारी हंगाम किया। राज्य के निकाय चुनावों में कथित धांधली और हिंसा के विरोध में विपक्ष ने पश्चिम बंगाल विधानसभा के अंदर जमकर हंगामा किया। बंगाल में मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी है।
बता दें कि हंगामे से नाराज पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने इस घटना को शर्मनाक बताया था। सीएम ममता ने कहा था यह घटना लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली है। दरअसल, हंगामे और विरोध के चलते राज्यपाल जगदीप धनखड़ विधानसभा में भाषण नहीं दे सके थे।