लाइव न्यूज़ :

भाजपा लोगों को आत्महत्या के लिए मजबूर कर रही है : कांग्रेस

By भाषा | Updated: November 7, 2021 21:03 IST

Open in App

नयी दिल्ली, सात नवंबर कांग्रेस ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी सरकार पर लोगों को "आत्मघाती अवसाद’’से ग्रस्त होने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया और इसके साथ ही राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 2014 से अब तक कुल 9.52 लाख लोग आत्महत्या कर चुके हैं।

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान में कहा कि रिपोर्ट के अनुसार आत्महत्या करने वाले छात्रों की संख्या में 55 प्रतिशत, ऐसे बेरोजगारों की संख्या में 58 प्रतिशत और किसानों, मजदूरों तथा दिहाड़ी मजदूरों की संख्या में 139.37 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

उन्होंने कहा, ‘‘2014 से 2020 के बीच पिछले सात साल के दौरान मोदी सरकार की नाकाम और संवेदनहीन नीतियों से 9,52,875 भारतीय आत्महत्या करने को मजबूर हुए।’’ उन्होंने कहा, "आज सरकार अपनी नाकाम जनविरोधी नीतियों को छिपाने की कोशिश में लोगों के बीच विभाजन, नकारात्मकता, निराशा को बढ़ावा दे रही है।"

सुरजेवाला ने कहा कि इतने खराब आंकड़ों के बावजूद, सत्ता के प्रति भाजपा की ‘ललक’ बनी हुयी है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में सामने आए आंकड़े "डरावने और दिल दहला देने वाले" हैं।

केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो ने पिछले महीने 'भारत में आत्महत्या और दुर्घटना से होने वाली मौतें' शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी की थी।

सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि समाज के हर तबके के तरक्की के अवसरों को मोदी सरकार ने अवसाद में तब्दील कर दिया है। उन्होंने कहा, "बेरोजगारी की निराशा, महंगाई, फसलों की बढ़ती कीमतों और समग्र अनिश्चितता का सामना करते हुए देश के लोग आत्महत्या का विकल्प चुनकर मौत को गले लगा रहे हैं।’’

कांग्रेस नेता ने कहा कि गृहिणियां लगातार महंगाई का खामियाजा भुगत रही हैं और रोजमर्रा की वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि हो रही है। उन्होंने दावा किया कि कि महंगाई और रोजगार के अवसरों की कमी घरेलू कलह के मुख्य कारण हैं और इस वजह से गृहिणियां आत्महत्या का रास्ता चुन रही हैं।

उन्होंने कहा, "एनसीआरबी आंकड़े लोक सुधार की बजाय सरकार की यमलोक सिधार तस्वीर दिखाते हैं।’’ उन्होंने कहा कि सरकार की "किसान विरोधी" नीतियों के कारण 2019 से 2020 तक किसान आत्महत्याओं में 19 प्रतिशत की वृद्धि हुयी।

सुरजेवाला ने कहा कि देश का भविष्य अंधकारमय है और उन्होंने इस दावे का समर्थन करने के लिए 2014 से 2020 के बीच 69,407 छात्रों की आत्महत्या का जिक्र किया।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

विश्वBangladesh Violence: ढाका में आज युवा नेता उस्मान हादी को दफनाया जाएगा, अंतरिम सरकार ने लोगों से की शांति की अपील

क्रिकेटVIDEO: साउथ अफ्रीका के खिलाफ पांड्या ने लगाया ऐसा छक्का, कैमरामैन हुआ घायल; फिर हुआ कुछ ऐसा...

भारतहाथियों के झुंड के टकराई राजधानी एक्सप्रेस, पटरी से उतरे कई डब्बे; 8 हाथियों की मौत

विश्वअमेरिकी सेना ने सीरिया में किए हवाई हमले, ISIS के दर्जनों ठिकानों को बनाया निशाना

भारतMP News: भोपाल में आज मेट्रो का शुभारंभ, जानें क्या है रूट और कितना होगा टिकट प्राइस

भारत अधिक खबरें

भारतप्रदूषित हवा का मसला केवल दिल्ली का नहीं है...!

भारतपरमाणु ऊर्जा का उत्पादन बढ़ाने के साथ जवाबदेही भी जरूरी

भारतलोकसभा, विधानसभा के बाद स्थानीय निकाय चुनावों के बीच नेताओं की आवाजाही?, राजनीति की नई शक्ल बनता दलबदल

भारतअपनी गाड़ी के लिए PUC सर्टिफिकेट कैसे बनाएं? जानिए डाउनलोड करने का आसान तरीका

भारतकर्मचारियों के लिए खुशखबरी! EPFO ने किए 2 बड़े अपडेट, अब मिलेगा ये फायदा