कौरवों की तरह सत्ता के नशे में चूर है बीजेपी, पांडवों की तरह सच्चाई के लिए लड़ रही कांग्रेस
By रामदीप मिश्रा | Updated: March 18, 2018 16:56 IST2018-03-18T16:44:58+5:302018-03-18T16:56:58+5:30
राहुल गांधी ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के ऊपर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने हत्या के आरोपी को अध्यक्ष बनाया है। आज देश की स्थित यह है कि करोड़ों युवा बेरोजगार हैं।

Rahul Gandhi at Congress Plenary Session attacks BJP
नई दिल्ली, 18 मार्चः इंदिरा गांधी स्टेडियम में चल रहा दो दिवसीय कांग्रेस का 84वां महाधिवेशन रविवार को समाप्त हो गया। अधिवेशन के समापन के दौरान कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने संबोधन में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया। उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत में महाभारत का उदाहरण देकर बीजेपी पर हमला बोला और उनकी तुलना कौरवों से कर दी।
उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि कौरवों को लगता था कि वह बहुत ही शक्तिशाली हैं, लेकिन पांडव शांत रहते थे। उन्होंने सच के लिए लड़ाई लड़ी। बीजेपी और आरएसएस कौरवों की तरह सत्ता के लिए लड़ रहे हैं और कांग्रेस पांडवों की तरह सच्चाई के लिए लड़ रही है। वह कौरवों की तरह सत्ता के नशे में चूर है। कांग्रेस देश की आवाज है और बीजेपी एक संगठन की आवाज है।
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वहीं, उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के ऊपर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने हत्या के आरोपी को अध्यक्ष बनाया है। आज देश की स्थित यह है कि करोड़ों युवा बेरोजगार हैं।
उन्होंने गुजरात विधान सभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि वहां काफी लोगों ने कहा था कि मैं मंदिर में जाता हूं। मैं गुजरात चुनाव से सालों पहले से मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे और चर्च में जाता हूं। इसमें कोई बड़ी बात है।
उन्होंने कहा कि बेरोजगारों ने नरेंद्र मोदी पर विश्वास किया और चार साल के भीतर उनका विश्वास टूट गया। देश के युवाओं को केवल कांग्रेस रोजगार देने का काम कर सकती है और यह कार्य करने के लिए संगठन को बदलना पड़ेगा। इसके लिए नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच खड़ी दीवार को तोड़ना है।
राहुल ने कहा कि गुजरात विधानसभा के बारे में कहा कि हमने कार्यकर्ता को टिकट दिया तो परिणाम सभी ने देखे और मोदी जी सी प्लेन में नजर आए। हमने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को ताकत दे दी तो मोदी जी सी-प्लेन में नहीं, सबमरीन में दिखेंगे।
उन्होंने सवाल पूछते हुए आरोप लगाए कि ललित मोदी, नीरव मोदी, आखिर मोदी का असली मतलब क्या है, मोदी उपनाम प्रतीक है भारत के सबसे बड़े क्रोनी कैपिटलिस्ट और भारत के प्रधानमंत्री के बीच मिलीभगत का।
इससे पहले देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर में परिस्थितियां बिगड़ती जा रही हैं। सीमा पार आतंकवाद भी बढ़ा है और आंतरिक आतंकवाद में भी इजाफा हुआ है। यह हम सभी नागरिकों के लिए चिंता की बात है। मोदी सरकार इन समस्याओं से निपटने का कोई समाधान नहीं तलाश पाई।'
उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, चीन या नेपाल के साथ हमारी समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन इन्हें बातचीत से ही हल किया जा सकता है। पाकिस्तान की बात करें तो हमें मानना होगा कि वह हमारा पड़ोसी देश है। इसके साथ ही हमें उसे यह समझाना होगा कि आतंकवाद का रास्ता उसके लिए ठीक नहीं है।'
रोजगार के मुद्दे पर मनमोहन सिंह ने कहा, 'जब मोदी जी चुनाव प्रचार कर रहे थे, तब किए गए उनके वादे अब तक पूरे नहीं हुए हैं। उन्होंने हर साल 2 करोड़ नौकरियां दिए जाने का वादा किया था। लेकिन अब तक 2 लाख रोजगार के अवसर भी नहीं दिखे हैं।'