मध्य प्रदेश में पुलिस के खोजी कुत्तों के तबादले की भाजपा ने आलोचना की, कांग्रेस के मंत्री का पलटवार
By भाषा | Published: July 16, 2019 05:35 AM2019-07-16T05:35:54+5:302019-07-16T05:35:54+5:30
मध्य प्रदेश में पुलिस के खोजी कुत्तों और उन्हें संभालने वालों (हैंडलर्स) के बड़े पैमाने पर किए गए तबादलों की विपक्षी दल भाजपा ने आलोचना की है। इस आलोचना पर राज्य सरकार के एक मंत्री ने पलटवार करते हुए इसे भाजपा की ‘‘कुत्ते जैसी मानसिकता’’ करार दिया।
झाबुआ (मप्र), 15 जुलाई: मध्य प्रदेश में पुलिस के खोजी कुत्तों और उन्हें संभालने वालों (हैंडलर्स) के बड़े पैमाने पर किए गए तबादलों की विपक्षी दल भाजपा ने आलोचना की है। इस आलोचना पर राज्य सरकार के एक मंत्री ने पलटवार करते हुए इसे भाजपा की ‘‘कुत्ते जैसी मानसिकता’’ करार दिया। प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने सोमवार को यहां संवाददाताओं के सवाल के जवाब में कहा, ‘‘मतलब आप उनका (पुलिस के खोजी कुत्ते) उपयोग सिर्फ एक ही जगह करोगे। यदि शक्ति अच्छी है, काम करने की और प्रदेश में दूसरी जगह जाने से लाभ मिलता है।
लेकिन आपको (भाजपा को) व्यंग्य करना है तो करो, उससे क्या फर्क पड़ता है? अब ये तो एक पत्रकार को भी सोचने का विषय है, क्या किसी पशु से कोई बैर भाव रख सकता है, लेकिन आपको तो आनंद लेना है, भाजपा के लोगों को। अरे भाई, उनका ट्रांसफर कर दिया ‘डॉग स्क्वाड’ का, ‘डॉग स्क्वाड’ बोलते तो भी ठीक था, कुत्तों का ट्रांसफर कर दिया। तो ये उनकी (भाजपा की) मानसिकता है, कुत्ते जैसी, अब क्या करें?’’
वर्मा से सवाल किया गया था कि भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस सरकार प्रदेश में तबादला उद्योग चला रही है और यहां तक कि पुलिस के कुत्तों के भी ट्रांसफर कर दिए गए हैं। मंत्री के कथन पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता दीपक विजयवर्गीय ने भोपाल में पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘कांग्रेस की सरकार ने स्थानांतरण के व्यापार को इतना बढ़ा दिया कि उनको ध्यान में ही नहीं रहा कि ये कहां पर रुकना है और बदहवासी में वो अपनी भाषा पर भी नियंत्रण नहीं रख पा रहे।
बेहतर तो ये है कि जिस काम के लिए उन्होंने सरकार बनाई है उस काम को करें, बजाय इसके कि असंसदीय भाषा का उपयोग करें। कमलनाथ जी को चाहिए कि वह अपने मंत्रियों की भाषा के बारे में सोचें।’’ गौरतलब है कि शुक्रवार को मध्य प्रदेश पुलिस की 23 बटालियन के कमांडेंट द्वारा जारी एक आदेश में पुलिस के 46 कुत्तों और उनके हैंडलर्स का तबादला कर दिया गया। इस आदेश में छिंदवाड़ा से मुख्यमंत्री कमलनाथ के घर पर तैनात "डफी" नामक खोजी कुत्ते का स्थानांतरण भी किया गया है।
इसके अलावा "रेणु" और "सिकंदर" नाम के दो अन्य कुत्तों को भी क्रमश: सतना और होशंगाबाद से भोपाल स्थित मुख्यमंत्री निवास स्थानांतरित किया गया है। पुलिस के इन खोजी कुत्तों के तबादला आदेश की सूची सामने आने के बाद भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया में कांग्रेस सरकार पर तबादला उद्योग पर चलाने का आरोप लगाते हुए व्यंग्य किया कि प्रदेश में अब पुलिस के कुत्तों को भी नहीं छोड़ा जा रहा और उनका तबादला कर दिया गया।
प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष विजेश लुनावत ने शुक्रवार को इस पर ट्वीट किया था,‘‘वाह री कमलनाथ सरकार, तबादला उद्योग में कुत्तों को भी नही छोड़ा। मध्यप्रदेश में डॉग स्क्वाड के ट्रांसफर।’’ भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने शुक्रवार को पीटीआई-भाषा से कहा, “कांग्रेस चमत्कार कर सकती है। इसने कुत्तों का भी तबादला कर दिया। कमलनाथ सरकार ने छह महीने में लगभग 50,000 अधिकारियों और कर्मचारियों का स्थानांतरण किया। कुछ अधिकारियों को इस अवधि में 3-4 बार स्थानांतरित किया गया। प्रदेश में तबादला उद्योग फल-फूल रहा है और सरकारी कार्यालयों में पद बेचे जा रहे हैं।”