हरिः ॐ, प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने सोमवार सुबह से 21 पहर (63 घंटे) का मौन व्रत धारण किया

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 20, 2019 05:23 PM2019-05-20T17:23:53+5:302019-05-20T17:23:53+5:30

एक सहयोगी ने बताया, ‘‘प्रज्ञा सिंह ठाकुर जी ने आज सुबह से 21 प्रहर का मौन व्रत धारण किया है।’’ प्रज्ञा ने ट्वीट पर जानकारी दी, ‘‘ प्रक्रियाओं के उपरान्त अब समय है चिंतन मनन का, इस दौरान मेरे शब्दों से समस्त देशभक्तों को यदि ठेस पहुंची है तो मैं क्षमा प्रार्थी हूँ और सार्वजनिक जीवन की मर्यादा के अंतर्गत प्रयश्चित हेतु 21 प्रहर के मौन के साथ कठोर तपस्या कर रही हूं। हरिः ॐ।’’

BJP candidate Pragya Singh Thakur today, announced a vow of silence till 23rd May, to atone for her remark hailing Mahatma Gandhi's assassin | हरिः ॐ, प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने सोमवार सुबह से 21 पहर (63 घंटे) का मौन व्रत धारण किया

हाल ही में प्रज्ञा सिंह ठाकुर फिर खबरों में तब आयीं जब उन्होंने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया।

Highlightsलोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मालेगांव बम विस्फोट की आरोपी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अपने बयानों से राजनीतिक महौल में गर्मी ला दी थी।प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने यह भी बयान दिया कि अध्योध्या में राम मंदिर निर्माण आंदोलन के दौरान बाबरी ढांचा ढहाने में शामिल होने पर उन्हें गर्व है।

भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा की उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने सोमवार सुबह से 21 पहर (63 घंटे) का मौन व्रत धारण किया है। इससे पहले लोकसभा चुनाव में प्रज्ञा के कुड बयानों से राजनीतिक विवाद खड़ा हुआ और बाद में उन्होंने माफी भी मांगी।

साध्वी की एक सहयोगी ने बताया, ‘‘प्रज्ञा सिंह ठाकुर जी ने आज सुबह से 21 प्रहर का मौन व्रत धारण किया है।’’ प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने ट्वीट पर जानकारी दी, ‘‘ प्रक्रियाओं के उपरान्त अब समय है चिंतन मनन का, इस दौरान मेरे शब्दों से समस्त देशभक्तों को यदि ठेस पहुंची है तो मैं क्षमा प्रार्थी हूँ और सार्वजनिक जीवन की मर्यादा के अंतर्गत प्रयश्चित हेतु 21 प्रहर के मौन के साथ कठोर तपस्या कर रही हूं। हरिः ॐ।’’

लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मालेगांव बम विस्फोट की आरोपी प्रज्ञा ने अपने बयानों से राजनीतिक महौल में गर्मी ला दी थी। उनका एक बयान था कि उन्होंने मुम्बई एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे को श्राप दिया था और इसके एक माह बाद आतंकवादियों की गोलियों से उनकी मौत हो गयी।

प्रज्ञा ने यह भी बयान दिया कि अध्योध्या में राम मंदिर निर्माण आंदोलन के दौरान बाबरी ढांचा ढहाने में शामिल होने पर उन्हें गर्व है। प्रज्ञा की इन बयानों की सभी ने आलोचना की यहां तक कि उनके दल भाजपा ने भी स्वयं को उनके बयानों से अलग कर लिया।

चुनाव आयोग ने शहीद करकरे पर दिये गये बयान पर कार्रवाई करते हुए उनके चुनाव प्रचार पर 72 घंटे के लिये प्रतिबंध लगा दिया। हाल ही में प्रज्ञा सिंह ठाकुर फिर खबरों में तब आयीं जब उन्होंने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया। उनके इस बयान की भी सभी ने निंदा की और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां तक कहा कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने हालांकि इस पर माफी मांग ली है लेकिन वह उन्हें मन से माफ नहीं कर पाएंगे। 

Web Title: BJP candidate Pragya Singh Thakur today, announced a vow of silence till 23rd May, to atone for her remark hailing Mahatma Gandhi's assassin