बिहार: महिला डीएसपी ने पति को नकली वर्दी पहनाकर बनाया आईपीएस, विभाग लेगा अब कड़ा एक्शन
By एस पी सिन्हा | Updated: February 2, 2022 22:03 IST2022-02-02T21:57:51+5:302022-02-02T22:03:04+5:30
डीएसपी रेशु कृष्णा पर आरोप है कि उन्होंने पति सौरभ कुमार को फर्जी आईपीएस की वर्दी पहनाई और फिर वर्दी में पति के साथ फोटो खिंचवाई।

बिहार: महिला डीएसपी ने पति को नकली वर्दी पहनाकर बनाया आईपीएस, विभाग लेगा अब कड़ा एक्शन
पटना:बिहार की एक महिला डीएसपी रेशु कृष्णा के द्वारा पति को फर्जी आईपीएस की वर्दी पहनाना बेहद महंगा पड़ा है। डीएसपी रेशु कृष्णा ने कहलगांव में डीएसपी के पद पर पदस्थापना के दौरान पति को फर्जी आईपीएस की वर्दी पहनाई और फिर तस्वीरें लेकर उसे सोशल मीडिया पर साझा कर दिया।
महिला डीएसपी रेशु कृष्णा के इस कारस्तानी की जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंच गई। जिसके बाद बिहार पुलिस अब मामले में रेशु कृष्णा के खिलाफ एक्शन लेने जा रही है। रेशु इस समय सासाराम में बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के महिला बटालियन में डीएसपी के पद पर पदस्थापित हैं।
गृह विभाग ने पति को फर्जी पुलिस की वर्दी पहनाने के मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है। गृह विभाग इस बाबत डीएसपी रिशु कृष्णा से जवाब तलब भी किया है। इसके साथ ही राज्य के डीजीपी एसके सिंघल की ओर से भी गृह विभाग को कड़ा पत्र लिखा गया है कि डीएसपी रेशु कृष्णा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
रेशु कृष्णा पर आरोप है कि उन्होंने अपने पति सौरभ कुमार को फर्जी आईपीएस की वर्दी पहनाई और फिर वर्दी में पति के साथ फोटो खिंचवाई। इस मामले में बिहार सरकार का गृह विभाग कह रहा है कि यह बेहद गंभीर आरोप है। लिहाजा डीएसपी रेशु कृष्णा 15 दिनों के अंदर ये जवाब दें कि उनके खिलाफ क्यों नहीं कार्रवाई की जाए। गृह विभाद का स्पष्ट कहना है कि वो अपने निर्दोष होने का सबूत दें वर्ना उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।
गृह विभाग द्वारा डीएसपी रेशु कृष्णा पर स्वेक्षचारिता और मनमानी का आरोप लगाते हुए यह कहा गया है कि उनकी मौन स्वीकृति से ही उनके पति सौरभ कुमार ने आईपीएस की वर्दी पहनकर उनके साथ तस्वीरें खिंचाई और उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया।
मालूम हो कि यह मामला पांच महीने पुराना है। डीएसपी रेशु कृष्णा ने अपने उस पति को आईपीएस बना दिया था जो पुलिस महकमे में सिपाही तक नहीं है। किसी ने इस बात की शिकायत सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय में कर दी, जहां से मामले में संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए गये।
पीएमओ को भेजी गई शिकायत में कहा गया था कि डीएसपी रेशु कृष्णा के पति बिना पुलिस विभाग में होते हुए भी आईपीएस की वर्दी पहनकर फोटो खिंचवाई। पीएमओ में की गई शिकायत में यह कहा गया है कि रेशु सोशल मीडिया पर गलत बयानी करती हैं कि उनके पति आईपीएस हैं और वह पीएमओ में पोस्टेड हैं।
इस विवाद के प्रकाश में आने के बाद से रेशु कृष्णा को कहलगांव के डीएसपी पद से हटा कर बीएमपी में भेज दिया गया था। पुलिस मुख्यालय ने भागलपुर की तत्कालीन एसएसपी निताशा गुड़िया से मामले की जांच करवाई थी। उनकी रिपोर्ट सितंबर महीने में ही पुलिस मुख्यालय में पहुंच गई थी।
एक महीने पहले डीजीपी ने बिहार सरकार के गृह विभाग को पत्र लिखकर डीएसपी के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की थी। एक महीने बाद गृह विभाग ने डीएसपी रेशु कृष्णा को नोटिस जारी किया है। अब गृह विभाग ने अपने पत्र में स्पष्ट किया है कि लिखित बयान प्राप्त नहीं होने पर इस पूरे मामले में जांच एकपक्षीय कर दी जाएगी।
बिहार पुलिस मुख्यालय ने इसे वर्दी के दुरुपयोग का गंभीर मामला माना है। कानून के जानकारों के मुताबिक किसी भी आम नागरिक द्वारा पुलिस की वर्दी पहनना प्रतिबंध है। इस तरह के अपराध के लिए तीन साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान है।