Bihar Vidhan Sabha chunav 2025: सीएम नीतीश होंगे 2025 में खेवनहार?, जदयू कार्यकारिणी की बैठक में नहीं पहुंचे केंद्रीय मंत्री ललन सिंह?
By एस पी सिन्हा | Updated: October 5, 2024 15:40 IST2024-10-05T15:35:25+5:302024-10-05T15:40:46+5:30
Bihar Vidhan Sabha chunav 2025: नीतीश कुमार के काम को जनता के बीच ले जाने का निर्देश पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को दिया गया।

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Bihar Vidhan Sabha chunav 2025: जदयू 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में अभी से ही जुट गई है। लिहाजा प्रदेश जदयू कार्यालय में हुई राज्य कार्यकारिणी की बैठक में कई फैसलों को मंजूरी दी गई। मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की मौजूदगी में हुई इस बैठक में पुराने कार्यकर्ताओं को फिर से सक्रिय करने का प्रस्ताव लाया गया। साथ ही एनडीए के सहयोगी दलों के साथ बेहतर तालमेल के लिए कार्यक्रम चलाने का फैसला हुआ। वहीं ’सम्मान संवाद’ कार्यक्रम के तहत पार्टी के वरिष्ठ नेता कार्यकर्ताओं से बात करेंगे।
आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत के साथ नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की बात कही गई। बैठक में जदयू की ओर से लाए गए राजनीति प्रस्ताव में बताया गया कि नीतीश कुमार के कारण बिहार में नौकरी और रोजगार के अवसर बढ़े। नीतीश कुमार के काम को जनता के बीच ले जाने का निर्देश पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को दिया गया।
वहीं इसकी जानकारी भी दी गई कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार को केंद्र से विशेष पैकेज मिल रहा है। जदयू राज्य कार्यकारिणी की बैठक में सांगठनिक और राजनीतिक प्रस्ताव पेश किए गए। राजनैतिक प्रस्ताव में कहा गया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में विधानसभा-2025 लड़ा जायेगा।
यह कार्यकारिणी 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक विजय प्राप्त कर फिर से एनडीए सरकार गठन करने का संकल्प लेती है। प्रस्ताव के अनुसार राज्य कार्यकारिणी का मानना है कि वर्ष 2005 से सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एकमात्र लक्ष्य बिहार का चौतरफा विकास रहा है। बिहार के विकास की रफ्तार हमेशा दहाई अंक में रही है।
अपने सीमित संसाधन के बावजूद कुशल वित्तीय प्रबंधन और निरंतर प्रयास से बिहार में जो छलांग लगाई है। उसी का परिणाम है कि आज विकास दर 14.47 तक पहुंच गई है। यदि विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज की सुविधा मिल गई होती तो यह अब तक देश के समृद्ध एवं विकसित राज्यों की श्रेणी में पहुंच गया होता।
बैठक में लाए गए संगठन संबंधी प्रस्ताव पेश में कहा गया है कि यह बैठक महसूस करती है कि समता पार्टी के समय के पुराने पदाधिकारी और कार्यकर्ता कमोबेश आज भी हमारे साथ हैं। राज्य कार्यकारिणी ने बिहार की राजनीति में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चिरंजीवी होने का प्रस्ताव पास किया।
बैठक में एक बड़ा फैसला यह भी लिया गया है कि घटक दल के नेता प्रखंड स्तर पर मिलते रहेंगे और आपस में गलतफहमी दूर करेंगे। ऐसा होने से एनडीए के अंदर किसी भी तरह की गलतफहमी नहीं होगी। इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ-साथ पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा समेत सभी मंत्री, सांसद और विधायक मौजूद रहे। इनके साथ पार्टी के 400 सदस्यों ने भी इस बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में केंद्रीय मंत्री ललन सिंह किसी कारणवश भाग नहीं ले सके।


