बिहार: मगध मेडिकल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में घुसे दो बाहरी व्यक्ति, फैली सनसनी, जांच में जुटी पुलिस
By एस पी सिन्हा | Published: April 6, 2020 03:45 PM2020-04-06T15:45:42+5:302020-04-06T15:45:42+5:30
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि कोरोना की रोकथाम के लिए राज्य के स्वास्थ्यकर्मियों से लेकर निदेशक प्रमुख तक के अवकाश को रद्द कर दिया गया है.
पटना: बिहार के गया जिले में मगध मेडिकल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में जहां पर कोरोना पॉजिटिव मरीजों को इलाज के लिये रखा गया है. वहीं अस्पताल कर्मियों की लापरवाही सामने आई है. रविवार की रात करीब नौ बजे दो व्यक्ति फर्जी डॉक्टर बनकर कोरोना वार्ड में घुस गये.
कोरोना वार्ड में भर्ती पॉजिटिव मरीजों को दवा भी खिलाई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उनमें से एक युवक ने वार्ड में भर्ती कोरोना के एक संक्रमित मरीज को कोई दवा खिला दी और उसके गले से लिपट गया. इस दौरान वह संक्रमित मरीज से प्रत्यक्ष संपर्क में आया. हो-हल्ला के बाद एक युवक अस्पताल से भाग गया, जबकि वीरेंद्र चौधरी नामक दूसरा युवक पकडा गया.
यहां बता दें कि बिहार में अबतक कोरोना वायरस के 32 मरीज हैं और चार मरीज ठीक होकर घर आ गये हैं. स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम की दिशा में सभी स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टियां 30 अप्रैल तक रद्द कर दी है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि कोरोना की रोकथाम के लिए राज्य के स्वास्थ्यकर्मियों से लेकर निदेशक प्रमुख तक के अवकाश को रद्द कर दिया गया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार पकड़ा गया व्यक्ति एक प्राइवेट अस्पताल में सोनोलॉजिस्ट का काम करने वाला वीरेंद्र चौधरी बताया जाता है. कोरोना वार्ड के नोडल अधिकारी डॉ एनके पासवान ने बताया कि दो व्यक्ति दवा खिलाने के लिये कोरोना वार्ड में डॉक्टर बन कर घुस गये. यह घटना रविवार की रात की है. दोनों ने मरीज को दवा भी खिला दी. अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है. एक युवक पकडा गया है, उसे क्वारंटाइन वार्ड में रखा गया है.
वहीं मेडिकल कॉलेज के नोडल अफसर डॉ. एनके पासवान ने भी पुष्टि करते हुए कहा, फरार हुआ युवक बोधगया का रहने वाला है. उसकी तलाश की जा रही है. पकडा गया व्यक्ति वीरेंद्र चौधरी मानपुर का है. इन दोनों ने खुद को डॉक्टर बताकर आइसोलेशन वार्ड में प्रवेश किया.
इसमें एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित मरीज के समीप चला गया. पूरे प्रकरण की पडताल की जा रही है. वहीं, इस घटना के बाद शहर में हडकंप मच गया है. लोग इसे शहर में कोरोना का संक्रमण फैलाने की साजिश मान रहे हैं. दूसरी तरफ यह भी चर्चा है कि वह उस संक्रमित व्यक्ति के बुलावे पर आइसोलेशन वार्ड में गया था, जो काफी समृद्ध हैं. सवाल यह है कि वीरेंद्र चौधरी को पीपीई किट आखिरकार कहां से मिला?
क्या यह मगध मेडिकल कॉलेज से मिला या अभय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइसेंज से, जहां वह कार्यरत है. मेडिकल थानाध्यक्ष फहीम आजाद खां का कहना है कि बहरहाल, वीरेंद्र 14 दिन क्वारंटाइन में रहेगा. पुलिस मामले की जांच कर रही है.