Bihar Train Accident: नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस सिर्फ हादसा या कोई बड़ी साजिश? रेलवे ने दिए जांच के आदेश
By एस पी सिन्हा | Published: October 12, 2023 03:46 PM2023-10-12T15:46:09+5:302023-10-12T15:48:42+5:30
रेलवे के मुताबिक इस ट्रेन दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई है, जबकि 30 लोग घायल हो गए हैं। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पटना: बिहार में बक्सर और आरा के बीच रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद रेलवे की ओर से हादसे में मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाने के निर्णय लिया गया है। जबकि, घायलों को 50-50 हज़ार रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया गया है।
रघुनाथपुर में हुए ट्रेन दुर्घटना मामले में अब साजिश की बू सामने आने लगी है। मौजूदा हालात को देखते हुए रेलवे ने इसकी आशंका भी जताई है और उच्चस्तरीय जांच का आदेश भी दे दिया है। फिलहाल प्राथमिक जांच के दौरान रेल पटरियां कई जगहों पर टूटी मिली हैं। पटरियों से छेड़छाड़ की आशंका जताई जा रही है।
इस पूरे मामले पर अब पूर्व-मध्य रेलवे के जीएम तरुण प्रकाश ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। मीडिया से मुखातिब होते हुए पूर्व-मध्य रेलवे के जीएम ने कहा कि इस तरह के होने वाले हादसे की जांच का रेलवे का अपना तरीका है। हम पहले इसकी जांच करेंगे। उन्होंने बताया कि जल्द ही परिचालन को सामान्य कर लिया जाएगा। दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन की तरफ से एक क्रेन आई है। इसके बाद पीछे से भी दो क्रेन आई है। इन क्रेनों की मदद से ट्रेन को पटरी पर लाने की कोशिश की जा रही है।
जिन बोगियों को नुकसान पहुंचा है, उन्हें साइड किया जाएगा। जल्द ही उम्मीद है कि यह काम पूरा हो जाएगा। जो यात्री आगे सफर जारी रखना चाहते हैं, उनके लिए भी इंतजाम किया गया है। बताया जा रहा है कि दुर्घटना से ठीक पहले जब ट्रेन ट्रैक से गुजर रही थी। इस दौरान बोगियों को डिरेल होने से पहले एक जोरदार आवाज सुनाई दी थी।
लोको पायलट और गेटमैन दोनों ने ही तेज आवाज आने की पुष्टि की है। इसके बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि दुर्घटना का पीछे कोई बाहर कारण हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों रेलवे ट्रैक पर पत्थर और बोल्डर्स रखने की घटना सामने आई थी। दो अलग- अलग राज्यों में शरारती तत्वों ने रेल की पटरी पर पत्थर और बोल्डर्स रख दिए थे। हालांकि दोनों ही घटनाओं में हादसा टल गया था। ट्रेन की 21 बोगियां बेपटरी हो गई और दो मेन और दो लूप लाइन मिलकर सभी चार ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गए।
हालांकि इस रेल हादसे की वजह की सटीक जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है, लेकिन क्या इस हादसे को लेकर साजिश रची गई थी? ये सवाल इसलिए पूछा जा रहा है क्योंकि जांच के दौरान यह बात सामने आई कि कई जगहों पर पटरियां टूटी हुई मिली हैं। हालांकि, आधिकारिक तौर पर अधिकारियों ने यह नहीं कहा कि पटरियां टूटने से ही यह हादसा हुआ है। अभी तक जांच के बाद जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक, बक्सर से ट्रेन चलने के नौ मिनट बाद ट्रेन पटरी से उतर गई। जिस समय ये हादसा हुआ उस समय ट्रेन की रफ्तार करीब 110 से लेकर 120 किलोमीटर प्रति घंटे थी। हादसे में ट्रेन के 23 कोच पटरी से उतर गए थे।
रेलवे के मुताबिक इस ट्रेन दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई है, जबकि 30 लोग घायल हो गए हैं। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य चलाया जा रहा है। हादसे की जांच के लिए रेलवे बोर्ड की टीम गुरुवार को पटना पहुंची। इस टीम में चीफ कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी जनक कुमार गर्ग समेत रेलवे बोर्ड के अन्य अधिकारी शामिल हैं। रेलवे बोर्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर हेड भी रघुनाथपुर पहुंचकर जांच में जुट गए हैं।
उधर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कल रात बक्सर में नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन हादसे में मरने वाले लोगों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।