बिहार: तेजस्वी की 'संविधान बचाओ' रैली में उठा विवाद, पोस्टर में दिखा रेप आरोपी राजबल्लभ यादव
By भाषा | Published: October 31, 2018 05:29 AM2018-10-31T05:29:16+5:302018-10-31T05:29:16+5:30
राजद नेता तेजस्वी यादव की संविधान बचाओ यात्रा के दौरान उनके नवादा जिला पहुंचने से पहले वहां लगाए गए कुछ पोस्टरों को लेकर विवाद पैदा हो गया है।
राजद नेता तेजस्वी यादव की संविधान बचाओ यात्रा के दौरान उनके नवादा जिला पहुंचने से पहले वहां लगाए गए कुछ पोस्टरों को लेकर विवाद पैदा हो गया है। दरअसल, इन पोस्टरों में उन्हें स्थानीय विधायक राज वल्लभ यादव के साथ दिखाया गया है जो एक नाबालिग लड़की से बलात्कार के आरोप में जेल में कैद हैं।
बिहार विधान परिषद सदस्य और जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने राजद उपाध्यक्ष और तेजस्वी की मां राबड़ी देवी के नाम खुला पत्र लिखते हुए उनसे पूछा है ‘क्या दुष्कर्म के आरोपी को राजनीतिक सम्मान जरूरी है?’ कुमार ने कहा है कि उन्होंने राबड़ी से कहा कि वह एक महिला ही नहीं, एक मां और पत्नी होने के साथ - साथ बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री भी हैं। ‘‘आप जहां एक महिला का दर्द समझती होंगी, वहीं राजनीति की बारीकियों से भी परिचित होंगी। ऐसी परिस्थिति में क्या दुष्कर्म के आरोपी को राजनीतिक सम्मान दिया जाना जरूरी है?’’
वहीं, तेजस्वी ने राजवल्लभ प्रसाद वाले पोस्टर पर सफाई देते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं ने उत्साह में अगर कोई पोस्टर लगा दिया है तो मैं उसे उतार नहीं सकता।
नवादा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए तेजस्वी ने कहा कि राजवल्लभ प्रसाद पर आरोप लगा है। कोर्ट में मामला चल रहा है।
सिवान यात्रा के क्रम में तेजस्वी के अपनी पार्टी के पूर्व सांसद एवं मोहम्मद शहाबुद्दीन (वर्तमान में दिल्ली के तिहाड जेल में बंद हैं) के घर जाकर उनके परिवार के सदस्यों से मिलने पर उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने भी उन्हें आड़े हाथ लिया।
सुशील ने कहा कि कथित न्याय यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव ने तीहरे हत्याकांड के गुनहगार शहाबुद्दीन के परिवार से भेंट की। उस पीड़ित पिता से नहीं मिले, जिसके जवान बेटे की हत्या कर दी गई थी।