Bihar: शराबबंदी कानून को लेकर तेजस्वी यादव ने कसा तंज, केन्द्रीय मंत्री ललन सिंह ने किया पलटवार
By एस पी सिन्हा | Updated: April 13, 2025 16:36 IST2025-04-13T16:35:46+5:302025-04-13T16:36:14+5:30
तेजस्वी यादव के बयान पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि दलितों को शराबबंदी से कानून से कोई दिक्कत नहीं है, शराबबंदी कानून से तेजस्वी यादव को दिक्कत है, क्योंकि उनके लोग शराब के कारोबार से जुड़े हुए हैं।

Bihar: शराबबंदी कानून को लेकर तेजस्वी यादव ने कसा तंज, केन्द्रीय मंत्री ललन सिंह ने किया पलटवार
पटना:बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के द्वारा शराबबंदी को लेकर यह कहे जाने पर कि शराबबंदी की आड़ में यहां के अधिकारी खूब कमाई कर रहे हैं। बिहार में 40 हजार करोड़ का काला कारोबार शराब बन चुका है को लेकर बिहार में सियासत गर्मा गई है।
तेजस्वी यादव के बयान पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि दलितों को शराबबंदी से कानून से कोई दिक्कत नहीं है, शराबबंदी कानून से तेजस्वी यादव को दिक्कत है, क्योंकि उनके लोग शराब के कारोबार से जुड़े हुए हैं।
उन्होंने कहा कि शराब कारोबारी तेजस्वी यादव को फाइनेंस करते हैं और उनके साथ उनकी सांठगांठ है। वहीं, ललन सिंह के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजद के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि ललन सिंह का भगवाकरण हो चुका है, इसलिए ऐसा कह रहे हैं।
बता दें कि शनिवार को तेजस्वी यादव ने कहा था कि बिहार में 9 साल से पूर्ण शराबबंदी लागू है, इसके बावजूद आए दिन शराब तस्कर और शराब पीने वाले लोग पकड़े जा रहे हैं। शराबबंदी की आड़ में यहां के अधिकारी खूब कमाई कर रहे हैं। बिहार में 40 हजार करोड़ का काला कारोबार शराब बन चुका है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि यहां चोरी छिपे शराब बेची और खरीदी जा रही है। इसकी आड़ में अधिकारियों की जेबें गर्म हो रहीं हैं। वो लोग खूब कमाई कर रहे हैं और गरीबों की बड़ी आबादी जेल में सजा काट कर रही है। 99 प्रतिशत दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों को इसी कानून के तहत जेल में डाला जा रहा है।
तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार को घेरते हुए कहा कि पूर्ण शराबबंदी कानून के तहत अब तक 9 लाख 36 हजार 949 केस दर्ज किया गया है। इसमें 14 लाख 32 हजार 837 लोगों की गिरफ्तारी हुई, जिनमें 14 लाख 20 हजार 700 से अधिक दलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा और आदिवासी समाज के लोग हैं। 99 प्रतिशत लोग पिछड़े और दलित समाज के लोग हैं और एक प्रतिशत गिरफ्तार लोगों में अन्य राज्यों और गैर पिछड़ा एवं गैर दलित शामिल हैं।
उन्होंने आंकड़ों के साथ कहा कि बिहार में शराब की आपूर्ति कौन कर रहा है और किसके इशारे पर यह सब हो रहा है यह जांच का विषय है। तेजस्वी ने कहा कि 3 करोड़ 86 लाख लीटर से अधिक शराब बरामद हुई, जिसमें करीब डेढ़ लाख लीटर देशी शराब है। जबकि विदेशी शराब की मात्रा अधिक है।
अब सवाल यह उठता है कि इतनी बड़ी मात्रा में विदेशी शराब गरीब और मजदूर तो नहीं पी सकता, ऐसे में ये विदेशी शराब किसके लिए भेजी जा रही है? शराबबंदी वाले राज्य में इतनी बड़ी मात्रा में विदेशी शराब किसके इशारे पर आ रहा है और इसे कौन बेच रहा है, इसका पता लगाना चाहिए।