बिहार: आइसोलेशन सेंटर में रखे गए तबलीगी जमात के लोगों ने किया नर्सों के साथ अभद्र व्यवहार, वीडियो बनाकर किया वायरल
By एस पी सिन्हा | Published: April 8, 2020 04:49 PM2020-04-08T16:49:09+5:302020-04-08T17:17:45+5:30
बिहार में मंगलवार को छह लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के साथ ही प्रदेश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़कर 38 हो गयी।
पटना: बिहार के सहरसा सदर अस्पताल स्थित आइसोलेशन सेंटर में तबलीगी जमात के लोगों ने नर्सों के साथ अभद्रता की हदें पार करते हुए अश्लील हरकतें की तथा उसकी तस्वीरें खींचीं. फिर, सोशल मीडिया में वायरल कर दिय. यहां कोरोना के तीन संदिग्ध जमातियों को इलाज के लिए सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था. इस दौरान जमातियों ने वहां ड्यूटी पर तैनात जीएनएम (नर्स) के साथ न केवल अभद्र व्यवहार किया बल्कि उनकी अश्लील तस्वीरें खींचकर सोशल मीडिया में वायरल करने की भी धमकी दी.
बताया जाता है कि घटना की जानकारी के बाद जब पुलिस ने हड़काया तब जाकर उनके होश ठिकाने आए. इसके बाद दो दिनों तक वे ठीक से रहे. बुधवार को रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें आइसोलेशन सेंटर से छोड़ भी दिया गया. नर्सों के साथ बदसलूकी का ये खेल लगभग 1 घंटे तक चलता रहा जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने हालात को नियंत्रण से बाहर होता देख इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी.
मामले की जानकारी मिलने के बाद सदर एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी, सदर थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह अस्पताल पहुंचे. इसके बाद वहां ड्यूटी पर तैनात नर्सों ने पूरी घटना की जानकारी उनको दी. वहीं, सदर अस्पताल में हुए इस प्रकरण का वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें साफ तौर पर नर्सों के साथ हुई दुर्व्यवहार की घटना को देखा जा सकता है. इन सबके बाद आइसोलेशन वार्ड से पुलिस ने मोबाइल को जब्त कर लिया साथ ही सभी संदिग्धों को दोबारा ऐसा करने पर घर के बदले जेल भेजने की भी हिदायत दी.
सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ रवींद्र मोहन ने बताया कि आइसोलेशन वार्ड में पांच लोग इलाजरत हैं. जिसमें तीन जमाती हैं. ये लोग जब कोई कर्मी इलाज के लिए जाते हैं तो वह मोबाइल से तस्वीर लेने लगता है. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्यकर्मी अपनी जान की परवाह किये बिना संदिग्धों की सेवा में जुटे हैं. लेकिन मोबाइल पर अश्लील गाने बजाना व भद्दी फब्तियां कसने से वे परेशान हो गये हैं. जिसकी शिकायत मिली तो उनलोगों को समझाया गया, लेकिन वे लोग अपनी आदत में सुधार लाने की बजाय कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार पर उतारू हो गये थे. जिसके बाद मामले की जानकारी जिला पदाधिकारी को दी गई. जिसके बाद सदर एसडीपीओ व अन्य पहुंच कर उनलोगों को समझाया-बुझाया. उन्होंने बताया कि पदाधिकारी को देख सभी नमाज अदा करने लगे. नमाज अदा करने के बाद सभी को आदत में सुधार लाने का निर्देश दिया गया है. अस्पताल प्रबंधक के मुताबिक तीनों जमातियों को फिलहाल डिस्चार्ज कर दिया गया है.