रामचरितमानस पर टिप्पणीः अपमान की इजाजत नहीं, राजद छोड़ देने की सलाह, शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान के बाद जगदानंद और शिवानंद में घमासान
By एस पी सिन्हा | Published: January 14, 2023 08:37 PM2023-01-14T20:37:17+5:302023-01-14T20:38:03+5:30
शिवानंद तिवारी ने जगदानंद सिंह को एक बार फिर से खरी-खोटी सुनाई है। उन्होंने जगदानंद सिंह को यहां तक सलाह दे डाली है कि वह पार्टी को छोड़ दें।
पटनाः बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के द्वारा रामचरितमानस पर की गई टिप्पणी से महागठबंधन में तकरार बढ़ती जा रही है। हाल यह है कि शिक्षा मंत्री के बयान पर अब राजद के भीतर भी टकराव की स्थिती उत्पन्न हो गई है। इस मामले को लेकर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी आमने-सामने आ गए हैं।
आज शनिवार को शिवानंद तिवारी ने जगदानंद सिंह को एक बार फिर से खरी-खोटी सुनाई है। उन्होंने जगदानंद सिंह को यहां तक सलाह दे डाली है कि वह पार्टी को छोड़ दें। तिवारी ने कहा है कि हमारी पार्टी की नीति रामचरितमानस के अपमान की इजाजत नहीं देती। इस मामले में पार्टी की तरफ से चंद्रशेखर का समर्थन कर रहे हैं।
व्यक्तिगत तौर पर बात समझ में आती है, लेकिन उन्होंने पार्टी की तरफ से समर्थन की बात कर डाली। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में पार्टी के अंदर कोई चर्चा नहीं हुई है। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से भी जगदा बाबू ने कोई बातचीत नहीं की। इसके बावजूद पार्टी की तरफ से चंद्रशेखर के बयान का समर्थन कर दिया।
तिवारी के मुताबिक अपने बेटे सुधाकर सिंह के मामले में जगदा बाबू कई दिनों तक चुप्पी साधे रहे। नीतीश कुमार के बारे में सुधाकर सिंह अनाप-शनाप बयान देते रहे। लेकिन जगदा बाबू ने कई दिनों तक कुछ भी कहना मुनासिब नहीं समझा। उन्होंने कहा कि जगदा बाबू अगर पार्टी की नीतियों के साथ नहीं चल सकते तो उन्हें राजद छोड़ देनी चाहिए।
शिवानंद तिवारी और जगदानंद सिंह के बीच का विवाद राजद के अंदर इस मामले में अब तक का सबसे बड़ा कलह माना जा सकता है। बता दें कि प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने मंत्री चंद्रशेखर का बचाव करते हुए कल यह बयान दिया था कि पार्टी मजबूती के साथ चंद्रशेखर के समर्थन में खड़ी है।