रामनवमी पर सार्वजनिक हिंसाः बिहार विधान मंडल में हंगामा, हिंसा की घटना को लेकर भाजपा ने नीतीश सरकार पर किया हमला, सीएम ने रास्ता बदला
By एस पी सिन्हा | Published: April 3, 2023 03:13 PM2023-04-03T15:13:01+5:302023-04-03T15:15:03+5:30
विधान परिषद के बाहर भाजपा के सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार परिषद की कार्यवाही में शामिल होने के लिए पहुंचे, लेकिन भाजपा का हंगामा देखकर रास्ता बदल लिया और दूसरे रास्ते से परिषद पहुंचे।
पटनाः बिहार में रामनवमी के दौरान कई जिलों में हुई हिंसा को लेकर विधानमंडल के दोनों सदनों में आज जोरदार हंगामा हुआ। सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोक भी हुई। भाजपा ने सदन के अंदर और बाहर जोरदार विरोध किया। भाजपा विधायकों ने विधानसभा वेल में आकर प्रदर्शन किया।
दरअसल, विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कार्यस्थगन का प्रस्ताव दिया। जिसे विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने नियमानुसार नही मानते हुए अस्वीकार कर दिया। इसी दौरान नेता प्रतिपक्ष ने हुई हिंसा की घटना को प्रशासनिक विफलता करार दिया।
उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि रामनवमी जुलूस के दौरान हिंसा की घटनाओं को रोकने में सरकार विफल रही। भाजपा के विधायक सदन के वेल में जाकर हंगामा करने लगे। कुर्सी उठाकर भी पटकी गई। वहीं, देखते ही देखते दोनों ओर के विधायक वेल में आ गए। वहीं विवाद बढ़ता देख महज 16 मिनट में ही विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
वहीं, विधानसभा के बाद जैसे ही विधान परिषद की कार्यवाही शुरू हुई विरोधी दल के सदस्यों ने हिंसा को लेकर भारी हंगामा शुरू कर दिया। विधान परिषद के बाहर भी भाजपा के सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया। हंगामें के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार परिषद की कार्यवाही में शामिल होने के लिए पहुंचे, लेकिन भाजपा का हंगामा देखकर उन्होंने अपना रास्ता बदल लिया और दूसरे रास्ते से परिषद पहुंचे।
दरअसल, बिहार में रामनवमी पर कई जिलों में भड़की हिंसा को लेकर सियासत तेज है। राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर भाजपा नीतीश सरकार पर हमलावर है। इसी कड़ी में सोमवार को भाजपा विधायकों ने विधानसभा में और विधान पार्षदों ने परिषद में जमकर हंगामा किया।