पटनाः 70 वीं बीपीएससी पीटी परीक्षा को रद्द किए जाने को लेकर अभ्यर्थी कई दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं। बिहार में कई दल छात्रों के साथ सरकार के खिलाफ हल्ला बोल रहे हैं। अभ्यर्थियों के साथ जनसुराज के प्रशांत किशोर बापू की प्रतिमा के पास शाम 5 बजे से अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठ गए हैं और पूरी परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के समर्थकों ने स्टेशन पर रेल ट्रैक को अवरोध किया। अधिकारी ने बताया कि वे सचिवालय हॉल्ट रेलवे स्टेशन पर एकत्र हुए और कुछ देर के लिए पटरियों पर बैठ गए, जिससे ट्रेनों की आवाजाही में देरी हुई।
प्रश्न पत्र लीक होने के आरोप में बीपीएससी द्वारा आयोजित 70वीं एकीकृत संयुक्त प्रतियोगी (प्रारंभिक) परीक्षा (सीसीई), 2024 को रद्द करने की मांग को लेकर सचिवालय हॉल्ट रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक जाम कर रहे एक छात्र को पुलिस कर्मियों ने हिरासत में ले लिया। लेफ्ट दल के नेता बिहार के कई जिलों में प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल और प्रियंका गांधी भी समर्थन दे रहे हैं।
70 वीं बीपीएससी पीटी परीक्षा को रद्द किए जाने को लेकर अभ्यर्थी गर्दनीबाग में धरना पर बैठे हैं और भूख हड़ताल कर आंदोलन कर रहे है। इस बीच गुरुवार को बीपीएससी अभ्यर्थियों का हुजूम एक बार फिर पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान पहुंचा। जहां अभ्यर्थियों के साथ जनसुराज के प्रशांत किशोर बापू की प्रतिमा के पास शाम 5 बजे से अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठ गए हैं।
पूरी परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। दरअसल, प्रशांत किशोर ने यह फैसला 13 दिसंबर को आयोजित 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में कथित अनियमितताओं का विरोध करने वाले अभ्यार्थियों के बीच बढ़ती बेचैनी के बाद लिया है। इससे पहले किशोर ने बिहार सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए उन छात्रों की मांगों पर ध्यान देने का आग्रह किया था, जो परीक्षा रद्द करने और नए सिरे से आयोजित करने की मांग कर रहे हैं। प्रशांत किशोर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर छात्रों के साथ अन्याय होता है, तो हम पूरी ताकत से उनके साथ खड़े होंगे।
उन्होंने कहा कि जब तक छात्रों को न्याय नहीं मिलेगा तब तब हम यहां अनशन पर बैठेंगे। कंपकंपाती ठंड में भी ये लोग अपनी 5 सूत्री मांगों को लेकर गांधी मैदान में बापू की प्रतिमा के पास अनशन पर बैठ गये है। सरकार और आयोग के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। पहली मांग 70 वीं बीपीएससी परीक्षा में हुई अनियमितता और भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच और पुनर्परीक्षा कराई जाए।
2015 में सात निश्चय के तहत किए वादे के अनुसार 18 से 35 साल के हर बेरोजगार युवा को बेरोजगारी भत्ता दिया जाए। पिछले 10 वर्षों में प्रतियोगी परीक्षाओं में हुई अनियमितताओं और पेपर लीक की जांच एवं दोषियों पर की गई कार्रवाई पर शोक पत्र जारी किया जाए। लोकतंत्र की जननी बिहार को लाठी तंत्र बनाने वाले दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए और बिहार की सरकारी नौकरियों में बिहार के युवाओं की कम से कम दो तिहाई हिस्सेदारी सुनिश्चित करने के लिए डोमिसाइल नीति लागू की जाए।
बता दें कि जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने रविवार को पटना के गांधी मैदान में छात्र संसद का आयोजन किया था। इसके लिए लिए प्रशासन ने उनको अनुमति नहीं दी थी। इसके बाद छात्र मुख्यमंत्री आवास की ओर मार्च करने लगे। प्रदर्शन कर रहे छात्रों को हटाने के लिए पुलिस द्वारा बल प्रयोग किया गया। पुलिस ने लाठी चार्ज और वाटर कैनन का प्रयोग किया था। पुलिस ने रविवार को पटना के गांधी मैदान में विरोध प्रदर्शन के बाद किशोर सहित 700 व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया है।